Edited By meena, Updated: 01 Aug, 2021 12:13 PM
केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का एक विवादित बयान सामने आया है कि जुबान उन्हें धोखा दे गई। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कुलस्ते ने सरपंच-सचिवों को कौओं की तरह टांगने की बात कह दी। कुलस्ते के इस बयान पर जहां मध्य...
सिवनी: केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का एक विवादित बयान सामने आया है कि जुबान उन्हें धोखा दे गई। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कुलस्ते ने सरपंच-सचिवों को कौओं की तरह टांगने की बात कह दी। कुलस्ते के इस बयान पर जहां मध्य प्रदेश कांग्रेस ने पीएम मोदी को घेरा है वहीं सरपंच संघ ने भी इस पर आपत्ति जताई है।
दरअसल, फग्गन सिंह कुलस्ते सिवनी जिले के घंसौर में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां जो लोग शिकायत करते हैं। कई बार मेरे अनुभव में आया है, लेकिन मैं अब ये कहना चाहता हूं कि ऐसा कुछ मेरे पास आया तो बदमाशी अब नहीं चलेगी। इसके लिए एक दो को कौआ जैसा टांगना भी पड़े चाहे वो सरपंच हो या सचिव हो, उनके बारे में हम चिंता नहीं करेंगे।
हालांकि बाद में कुलस्ते ने अपने शब्दों को सुधारने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि गांव के लोग इतनी शिकायत करते हैं तो इसका समाधान क्या है। लेकिन तब तक उनका यह कैमरे में कैद हो चुका था। केंद्रीय राज्य मंत्री के विवादित बयान पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ये मोदी जी के बेलगाम मंत्री हैं। साथ में एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान से सवाल किया कि क्या बीजेपी नेताओं के लिए कर्मचारी कौओं की तरह हैं। वहीं सरपंच संघ, घंसौर ने भी कुलस्ते के बयान पर नाराजगी जताई है। संघ ने कहा है कि सरपंच भी जनता से जुड़ा जनप्रतिनिधि ही होता है। हर सरपंच या सचिव चोर नहीं होता। कुलस्ते ने सरपंच-सचिवों के लिए जो कहा है, वह निंदनीय है।