Edited By Vikas kumar, Updated: 21 Mar, 2019 02:17 PM
होली एक ऐसा त्योहार है जिसे हिंदुस्तान के लगभग हर हिस्से में मनाया जाता है और इसके एक दिन पहले होलिका दहन भी किया जाता है। मगर मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के सागर जिले में एक ....
सागर: होली एक ऐसा त्योहार है जिसे हिंदुस्तान के लगभग हर हिस्से में मनाया जाता है और इसके एक दिन पहले होलिका दहन भी किया जाता है। मगर मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के सागर जिले में एक गांव हथखोह ऐसा भी है, जहां होलिका दहन नहीं किया जाता और न ही इस गांव के लोगों में होलिका दहन को लेकर कोई उत्साह दिखता है।
क्यों नहीं किया जाता होलिका दहन ?
देश में न जाने ऐसे कई रहस्य हैं जिन्हे सुलझाते-सुलझाते इंसान खुद उलझ जाता है। लेकिन सागर के इस गांव में होलिका दहन न किए जाने के पीछे कुछ औऱ ही बात है। कहा जाता है कि दशकों पहले इस गांव में होलिका दहन के समय कई झोपड़ियों में आग लग गई थी। जिसके बाद गांव वालों ने झारखंडन देवी की अराधना की। ग्रामीणों का मानना है कि यह आग झारखंडन देवी की कृपा से ही बूझी थी जिसके कारण गांव वालों ने होलिका नहीं दहन करने का फैसला लिया। तब से लेकर आज तक इस गांव में होलिका नहीं मनाई जाती है।
सागर के इस गांव में भले ही होलिका दहन नहीं किया जाता हो लेकिन होली धूमधाम से मनाई जाती है।