Video: कोरोना से मिली कमलनाथ सरकार को जिंदगी, अब 26 मार्च को होगा फ्लोर टेस्ट

Edited By meena, Updated: 16 Mar, 2020 05:47 PM

कोरोना वायरस के संक्रमण से दुनिया भर में हाहाकार मचा हुआ है। लेकिन मध्यप्रदेश में कोरोना की वजह से कमलनाथ सरकार की जिंदगी 10 दिनों के लिए बढ़ गई है। क्योंकि आज विधानसभा की कार्रवाई के दौरान स्पीकर ने कोरोना वायरस का हवाला देकर विधानसभा 26 मार्च तक...

भोपाल: कोरोना वायरस के संक्रमण से दुनिया भर में हाहाकार मचा हुआ है। लेकिन मध्यप्रदेश में कोरोना की वजह से कमलनाथ सरकार की जिंदगी 10 दिनों के लिए बढ़ गई है। क्योंकि आज विधानसभा की कार्रवाई के दौरान स्पीकर ने कोरोना वायरस का हवाला देकर विधानसभा 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी। दरअसल मध्यप्रदेश के विधानसभा में बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल लालजी टंडन के अभिभाषण के साथ शुरू हुई। राज्यपाल ने महज 1 मिनट तक अपना भाषण खत्म कर दिया। जिसके बाद स्पीकर एनपी प्रजापति ने सदन की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित कर दी। इसी दिन राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग भी होनी है। इससे पहले राज्यपाल लालजी टंडन करीब 11.15 बजे विधानसभा पहुंचे। उन्होंने अभिभाषण पूरा नहीं पढ़ा। बाद में स्पीकर ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण विधानसभा 26 मार्च तक स्थगित की जाती है।

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बता दें कि, अपने ही विधायकों के बगावती तेवरों के बाद कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ गई है। इसे लेकर बीजेपी ने आज विधानसभा में शुरु होने वाले बजट सत्र में फ्लोर टेस्ट की मांग की। लेकिन सीएम कमलनाथ ने बेंगलुरु में बैठे विधायकों का हवाला देकर फ्लोर टेस्ट टालने की मांग की थी। इसके लिए सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल को एक लेटर लिखा था जिसमें प्रदेश के मौजूदा हालातों का हवाला देते हुए फ्लोर टेस्ट को अलोकतांत्रिक बताया था। वहीं इसी बीच विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति ने कोरोना वायरस को लेकर 26 मार्च तक के लिए विधानसभा को स्थगित कर दिया।

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सुप्रीम कोर्ट पहुंची भाजपा
विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान ने उच्चतम न्यायालय ने याचिका दाखिल की है। जिसपर अदालत 12 घंटों के भीतर विश्वास सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। याचिका में शिवराज ने विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री कमलनाथ और मुख्य सचिव को पार्टी बनाया है। वहीं भाजपा विधायकों के साथ शिवराज भी राजभवन पहुंच गए हैं।

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राजभवन में फ्लोर टेस्ट टलने के बाद बीजेपी ने सदन में जमकर हंगामा किया। शिवराज सिंह के नेतृत्व में बीजेपी विधायक राजभवन पहुंचे हैं। शिवराज सिंह ने 106 विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंपी। बिना किसी देरी के फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग है। इसपर राज्यपाल ने बीजेपी नेताओं को आश्वासन दिया कि आपके अधिकारों का हनन नहीं होगा, मामले पर सुनवाई होगी।

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