Edited By Vikas kumar, Updated: 05 Jan, 2019 12:23 PM
प्रदेश के मुख्यमंत्री के पोस्टर इन दिनों उत्तर प्रदेश के राहुल गांधी के छेत्र अमेठी में लगे हैं। अमेठी राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र है। बीते दिन शुक्रवार को राहुल गांधी अमेठी पहुंचे। इससे पहले...
भोपाल: प्रदेश के मुख्यमंत्री के पोस्टर इन दिनों उत्तर प्रदेश के राहुल गांधी के छेत्र अमेठी में लगे हैं। अमेठी राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र है। बीते दिन शुक्रवार को राहुल गांधी अमेठी पहुंचे। इससे पहले ही यहां पर एमपी के सीएम कमलनाथ के पोस्टर दिखाई दिए। सूत्रों से पता चला है कि यह पोस्टर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लगाएं हैं। इन पोस्टरों में यूपी की जनता कमलनाथ के बयान पर राहुल गांधी से जवाब मांग रही है। वहीं अमेठी दौरे पर गईं स्मृति इरानी ने भी राहुल गांधी से सवाल किया है।
यह लिखा है पोस्टर में
अमेठी में लगाए गए पोस्टरों में लिखा है कि समाजवादी पार्टी के आशीर्वाद से कांग्रेस पार्टी के मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा यूपी के लोगों को रोजगार से हटाने पर राहुल गांधी जवाब दें। इस पोस्टर में एक अखबार की कटिंग भी लगी हुई है जिसमें बेरोजगारी के लिए यूपी और बिहार के लोगों को जिम्मेदार बताया गया है। ये सारे पोस्टर अमेठी के सगरा तिराहे, देवीपाटन मंदिर,गौरीगंज के कांग्रेस कार्यालय, कलेक्ट्रेट मोड़ और एसपी ऑफिस मोड़ के साथ पूरे जिले में लगाए गए हैं।
कमलनाथ के इस बयान से भड़का विवाद
प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि 'मध्य प्रदेश में ऐसे उद्योगों को छूट दी जाएगी, जिनमें 70 फीसदी नौकरी मध्य प्रदेश के लोगों को दी जाएगी। बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के लोगों के कारण मध्य प्रदेश के स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं मिल पाती है।'
2018 के विजेता का 2019 में स्वागत है
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी दौरे पर हैं। इसको लेकर वहां के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने राहुल के स्वागत में जगह-जगह पोस्टर लगाए हैं। देश में तीन राज्यों में मिली जीत के बाद कार्यकर्ताओं के लगाए गए पोस्टरों में लिखा है कि 'साल 2018 के विजेता का 2019 में स्वागत है।'
स्मृति ने भी किया सवाल
वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी भी अमेठी दौरे पर हैं। इस बीच उन्होंने राहुल गांधी से सवाल किया है कि, 'मुख्यमंत्री कमल नाथ का जब बयान आया की मध्य प्रदेश में उत्तर प्रदेश के निवासियों को नौकरी नहीं दी जाएगी, तब राहुल गांधी ने उनका खंडन नहीं किया। तो आज वो किस मुंह से अमेठी के नौजवान से आंखों से आंख मिलाएंगे, ये देखना है'?