Edited By meena, Updated: 01 Aug, 2021 07:05 PM
‘यह तेरी मेरी यारी यह दोस्ती हमारी अल्लाह को पसंद है भगवान को है प्यारी’ आपने गाना तो कई बार सुना होगा और इस फिल्म के हिंदू और मुस्लिम धर्म के कैरेक्टर की दोस्ती भी देखी होगी लेकिन आज हम आपको ऐसे दो रियल दोस्तों से मिलाते हैं जो अलग-अलग धर्म हिंदू...
बड़वानी(संदीप कुशवाहा): ‘यह तेरी मेरी यारी यह दोस्ती हमारी अल्लाह को पसंद है भगवान को है प्यारी’ आपने गाना तो कई बार सुना होगा और इस फिल्म के हिंदू और मुस्लिम धर्म के कैरेक्टर की दोस्ती भी देखी होगी लेकिन आज हम आपको ऐसे दो रियल दोस्तों से मिलाते हैं जो अलग-अलग धर्म हिंदू और मुसलमान है लेकिन इनकी दोस्ती मिसाल बन गई हम बात कर रहे हैं, बड़वानी जिले के सेंधवा शहर के पटेल कॉलोनी निवासी जावेद शेख और लक्ष्मण सोनी की, यह दोनों बचपन से ही दोस्त हैं।
जावेद कहते हैं कि हम अंटी गोटी साथ खेलते थे उस समय से आज तक लगभग 20 से 25 साल बीत जाने के बाद भी हर व्यवसाय धंधे में पार्टनर करते हैं। दोनों ट्रांसपोर्ट और ट्रक व्यवसाय से जुड़े हैं। दोनों ने आज तक जितने भी काम किए हैं वह पार्टनरी में किये है। यहां तक कि दोनों ने जो मकान बनाया है उसकी छत भी एक ही है।
सिर्फ अंदर से पार्टीशन किया है बाहर से देख कर आप बिल्कुल भी अंदाजा नहीं लगा सकते कि यहां पर दो अलग-अलग परिवार रहते हैं। मकान की डिजाइन से मकान दो नहीं एक नजर आता है न सिर्फ जावेद और लक्ष्मण बल्कि दोनों के परिवारों में भी उतनी ही एकता है।
वहीं लक्ष्मण यह भी कहते हैं हम दोनों ना सिर्फ एक छत के नीचे रहते हैं। बल्कि दोनों धर्म के त्योहारों को मिलकर मनाते हैं। एक साथ खुशियों में शामिल होते हैं तो दुख भी एक दूसरे के बांटते हैं। साथ ही वह यह भी कहते हैं धर्म वाली बात नहीं है। दोस्ती से बढ़कर कोई चीज नहीं आसपास के रहने वाले और उन्हें जानने वाले लोग भी उनकी दोस्ती की मिसाल देते हैं। शायद इसीलिए कहा जाता है दोस्ती से बड़ा कोई धर्म नहीं सच्ची दोस्त से बढ़कर कुछ नहीं।