Edited By Vikas kumar, Updated: 13 Dec, 2018 07:12 PM
मध्यप्रदेश में 15 वर्षों बाद कांग्रेस ने वापसी की है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने राज्यपाल से मिलकर 121 विधायकों के समर्थन का दावा भी किया है। कांग्रेस की सरकार बनना तो तय हो गया है लेकिन मुख्य...
भोपाल: मध्यप्रदेश में 15 वर्षों बाद कांग्रेस ने वापसी की है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने राज्यपाल से मिलकर 121 विधायकों के समर्थन का दावा भी किया है। कांग्रेस की सरकार बनना तो तय हो गया है लेकिन मुख्यमंत्री कौन बनेगा यह अभी तक तय नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री की रेस में कमलनाथ सबसे आगे चल रहे है। उनके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी इस रेस में हैं।
कांग्रेस में कमलनाथ या सिंधिया में कोई एक मुख्यमंत्री होगा। लेकिन मंत्री पद के बारे में अभी तक कोई भी चर्चा नहीं की गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ संभावित नाम हैं जो मंत्री पद पा सकते हैं
ये विधायक बन सकते हैं मंत्री
- आरिफ अकील
- पीसी शर्मा
- गोविंद राजपूत
- जीतू पटवारी
- केपी सिंह
- बाला बच्चन
- सचिन यादव
- उमंग सिंगार
- तरुण भनोट
- डॉ गोविंद सिंह
- संजय शर्मा
- लक्ष्मण सिंह
- कमलेश्वर पटेल
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव और विवेक तन्खा ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन में चर्चा की और कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा पेश किया। कमलनाथ ने राज्यपाल को दिए गए पत्र में लिखा है कि, 'विधानसभा चुनावों में कांग्रेस प्रदेश में सबसे बड़े दल के तौर पर सामने आई है और कांग्रेस को बहुमत हासिल है। बीएसपी, एसपी और निर्दलीय विधायकों ने भी कांग्रेस के प्रति समर्थन व्यक्त किया है।' उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि कांग्रेस को प्रदेश में सरकार बनाने का अवसर दिया जाए।