Edited By meena, Updated: 12 Feb, 2021 02:55 PM
मध्य प्रदेश की बीजेपी और कांग्रेस में भगवान राम को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। इस बहस की शुरुआत छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ से हुई। उन्होंने कहा कि भगवान राम के बारे में हिंदू शास्त्रों में जो लिखा वो गलत है बल्कि भगवान राम का छिंदवाड़ा से गहरा नाता है।...
छिंदवाड़ा(साहुल सिंह): मध्य प्रदेश की बीजेपी और कांग्रेस में भगवान राम को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। इस बहस की शुरुआत छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ से हुई। उन्होंने कहा कि भगवान राम के बारे में हिंदू शास्त्रों में जो लिखा वो गलत है बल्कि भगवान राम का छिंदवाड़ा से गहरा नाता है। वे वनवास के दौरान छिंदवाड़ा के चांद, चौरई और जमतरा, पेंच नेशनल पार्क में गुजारे है और साथ ही भगवान हनुमान ने जाम सांवली मंदिर में लगे पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर, रावण के खिलाफ युद्ध की रणनीति बनाई थी। दरअसल, गुरुवार को छिंदवाड़ा के चांद में राम कथा के समापन कार्यक्रम में पहुंचे सांसद नकुल नाथ ने भगवान श्री राम और रामायण से जुड़े संस्मरण सुनाते हुए राम नाम में डुबकी लगाने में इतने मशगूल हो गए कि भगवान राम के छिंदवाड़ा से जुड़े मनगड़ंत किस्से सुनाने लगे।
भाजपा ने पूर्व सीएम कमलनाथ और नकुलनाथ को बताया अज्ञानी...
नकुलनाथ के इस बयान को लेकर भाजपा मुद्दा बनाने में लग गई है। भाजपा कें पूर्व मंत्री चौधरी चंद्रभान सिंह ने नकुल के इस बयान पर तीखी आलोचना करते हुए कहा कि कमलनाथ और नकुलनाथ को रामायण के विषय में कोई सामान्य ज्ञान नहीं है। जब किसी विषय में जानकारी नहीं है तो बिलकुल नहीं बोलना चाहिए।
राम अस्तित्व नकारने वाली कांग्रेस वोट के चक्कर में भगवान श्री राम के जयकारे लगा रही है। इसके लिए उनका स्वागत है लेकिन भगवान से जोड़कर झूठी कहानी बताना राम द्रोह है, अपराध है, इसके लिए नकुलनाथ के साथ-साथ कमलनाथ को भी माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा के पूर्व मंत्री चंद्रभान ने कहा कि नकुल नाथ का बयान एक दम गलत है। यहां तक पिछली कमलनाथ सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान भी छिंदवाड़ा जिले को राम वन पथ गमन में नहीं जोड़ा। गोस्वामी तुलसीदास जी और बाल्मीकि जी और छिंदवाड़ा आए संतों ने आज तक इन विषयों का उल्लेख नहीं किया। हालांकि नकुल नाथ अंत तक अपने इस बयान पर अड़े हुए हैं और उन्होंने तो यह भी कह डाला कि कमलनाथ सरकार ने छिंदवाड़ा के इन हिस्सों को राम वन पथ गमन मे भी शामिल किया था।