Edited By suman, Updated: 09 Jul, 2018 05:43 PM
जयारोग्य अस्पताल में जेरीएट्रिक मेडिसिन विशेषज्ञ अब बुजुर्गों के उपचार के लिए मौजूद रहेंगे। जिससे सीनियर सिटीजन का एक ही कैबिन में पूरा इलाज हो सकेगा।
ग्वालियर : जयारोग्य अस्पताल में जेरीएट्रिक मेडिसिन विशेषज्ञ अब बुजुर्गों के उपचार के लिए मौजूद रहेंगे। जिससे सीनियर सिटीजन का एक ही कैबिन में पूरा इलाज हो सकेगा। इससे बुजुर्गों को उपचार के लिए अलग-अलग डॉक्टर से चेकअप के लिए घंटों लाइन में नहीं लगना होगा। गजराराजा मेडिकल कॉलेज मध्यप्रदेश का पहला मेडिकल कॉलेज बन गया है, जहां जेरीएट्रिक मेडिसिन विशेषज्ञ मौजूद होगा।
ये है जेरीएट्रिक मेडिसिन
जिस तरह से पीडियाट्रिशियन 14 साल तक के बच्चों के उपचार की विशेषज्ञता रखते हैं। इसी प्रकार जेरीएट्रिक विशेषज्ञ 60 वर्ष से अधिक के लोगों का इलाज करते हैं। इसमें उपचार के तीन अलग-अलग पैटर्न होते हैं। किस तकनीक से उपचार होना है, यह सीनियर सिटीजन की बीमारी पर निर्भर करता है।जेरीएट्रिक विशेषज्ञ के आने से सीनियर सिटीजन को एक्यूड केयर, लांग टर्म केयर, रिहेबिलिटेशन केयर, कंफर्ट केयर, आर्थो जेरीएट्रिक, मेमोरी स्क्रीनिंग क्लीनिक का लाभ मिल सकेगा।जेरीएट्रिक मेडिसिन की डिग्री एवं उपचार वर्तमान में देश में एम्स नई दिल्ली, मद्रास मेडिकल कॉलेज, सीएमसी वैल्लुर मेडिकल कॉलेज में ही उपलब्ध है। इसमें अब ग्वालियर के जीआर मेडिकल कॉलेज का नाम भी जुड़ जाएगा, जहां जेरीएट्रिक विशेषज्ञ के आने से मरीजों को उपचार मिलना जल्द ही शुरू होगा।