Edited By meena, Updated: 08 Jan, 2021 01:55 PM
मध्य प्रदेश की बहुचर्तिच सीट डबरा से सिंधिया समर्थक इमरती देवी को विधानसभा उपचुनाव में हराकर सुर्खियों में आए डबरा कांग्रेसी विधायक सुरेश राजे एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। गुरुवार को उनका निराला अंदाज देखने को मिला। जब लोग कड़ाके की ठंड में घर...
डबरा: मध्य प्रदेश की बहुचर्तिच सीट डबरा से सिंधिया समर्थक इमरती देवी को विधानसभा उपचुनाव में हराकर सुर्खियों में आए डबरा कांग्रेसी विधायक सुरेश राजे एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। गुरुवार को उनका निराला अंदाज देखने को मिला। जब लोग कड़ाके की ठंड में घर से नहीं निकल पा रहे हैं वही विधायक सुरेश शहर के अग्रेसन चौराहे पर मजदूरों के बीच पहुंचे। उन्होंने दिहाड़ी मजदूरों को ठिठुरन भरी ठंड से बचाने के लिए गरमा गरम चाय अपने हाथों से परोसी कर गरीब दिहाड़ी मजदूरों को पिलाई।
इस दौरान मजदूर भी भावुक हो गए और कहने लगे जनसेवक हो तो सुरेश राजे जैसा...यह सुनकर विधायक सुरेश राजे ने फूलों की माला एक गरीब मजदूर को पहना कर उसका स्वागत किया और कहा की विधायक मैं नहीं आप लोग हैं। मेरी जब जहां जैसी जरूरत पड़े, मुझे याद कर लेना। यह जनसेवक आपके साथ खड़ा होगा...।
मजदूरों को ठंड से बचाने के लिए विधायक सुरेश राजे ने उसी समय नगर पालिका सीएमओ को शहर में अलाव जलाने के लिए भी सूचित किया और कहा कि सभी मुख्य चौराहों पर भी अलाव जलाए जाएं जिससे मजदूरों को सर्दी से राहत मिल सके। नगर पालिका सीएमओ ने भी विधायक को अलाव जलाने का आश्वासन दिया। विधायक का यह कार्य शहर के अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
गर्मी हो या सर्दी रोजी रोटी के लिए शहर के कई मजदूर अग्रेसन चौराहे पर एकत्र हो जाते हैं। जिसको जहां मजदूरी मिलती है लोगों के साथ जाकर निर्माण स्थलों पर मजदूरी करते हैं। ये लोग गरीबी रेखा के नीचे अपना जीवन यापन करते हैं और रोजगार की तलाश में यहां आते हैं। कई बार उन्हें मजदूरी नहीं मिलती और निराश घरों को लौट जाते हैं, जबकि कुछ मजदूर मजदूरी की तलाश में यही बैठे रहते है।
जनवरी में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच गुरूवार की सुबह जब विधायक सुरेश राजे चौराहे से निकल रहे थे, तभी उन्होनें सड़क किनारे फुटपाथ पर कुछ मजदूरों को ठंड में ठिठुरते हुए देखा। उन्होंने मजदूरों के पास पहुचंकर उनका हालचाल जाना, यह मजदूर काम नहीं मिलने से यहां पर बैठे थे, मजदूरों से बातचीत कर विधायक सुरेश राजे ने अपने सहयोगियों से तत्काल चाय मंगवाई एंव अपने हाथों से मजदूरों को चाय वितरण कर उन्हे चाय पिलवाई।