Edited By meena, Updated: 23 Oct, 2021 05:10 PM
उज्जवला योजना लागू करने के बाद भले ही मोदी सरकार अपनी पीठ थपथपाती नजर आ रही है लेकिन महंगाई की मार से आम जनता बेहाल है। रसोई गैस सिलेंडर, हरी सब्जियां हो या पेट्रोल डीजल इनकी कीमतें आम जनता की पहुंच से बाहर हो रही है। आलम यह है कि महिलाएं सिलेंडर...
भिंड: उज्जवला योजना लागू करने के बाद भले ही मोदी सरकार अपनी पीठ थपथपाती नजर आ रही है लेकिन महंगाई की मार से आम जनता बेहाल है। रसोई गैस सिलेंडर, हरी सब्जियां हो या पेट्रोल डीजल इनकी कीमतें आम जनता की पहुंच से बाहर हो रही है। आलम यह है कि महिलाएं सिलेंडर भरवाने की बजाय फिर से चूल्हें पर खाना बनाने को मजबूर है और उज्जवला योजना में मिले सिलेंडर हो या आम सिलेंडर घर के एक कोने में पड़े हैं। इसी बीच मध्यप्रदेश में पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक वीडियो शेयर की है जिसमें उज्जवला योजना में मिले गैस सिलेंडर और चूल्हे भूसे के ढेर में पड़े मिले हैं। ऐसे में कांग्रेस ने महंगाई को लेकर सवाल भी खड़े किए हैं।
पूर्व सीएम के ट्वीटर पर वायरल हो रही यह वीडियो मध्य प्रदेश के भिंड जिले की है। इसमें मोदी सरकार की सबसे ज़्यादा प्रचार-प्रसार वाली वाली उज्ज्वला योजना के गैस सिलेंडर और चूल्हे भूसे के ढेर में पड़े है और कबाड़ में बिक रहे हैं। कांग्रेस नेता ने सवाल खड़े किए हैं कि यह स्थिति उस प्रदेश की है जहां के जबलपुर में देश के गृह मंत्री ने उज्जवला योजना के दूसरे चरण की शुरुआत की थी। महंगाई की मार के कारण लोग वापस चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर है।