Edited By meena, Updated: 19 Mar, 2020 12:25 PM
मध्य प्रदेश में राजनीतिक घमासान जारी है। जहां एक तरफ फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है तो वहीं दूसरी ओर बेंगलुरु में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कमलनाथ सरकार के लिए संकट मोचन की भूमिका निभा रहे हैं। इसी बीच बीजेपी...
सीहोर(शैलेंद्र विश्वकर्मा): मध्य प्रदेश में राजनीतिक घमासान जारी है। जहां एक तरफ फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है, तो वहीं दूसरी ओर बेंगलुरु में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कमलनाथ सरकार के लिए संकट मोचन की भूमिका निभा रहे हैं। इसी बीच बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने सीएम कमलनाथ पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें 1984 के सिख दंगों का आरोपी बता दिया। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कमलनाथ सरकार की डूबती नैया के लिए खुद वे ही जिम्मेदार हैं। अब तक जो सरकार चली है वह दिग्विजय सिंह के दबाव में ही चली है। कांग्रेस के बागी विधायक दिग्विजय सिंह के डर से ही बेंगलुरु गए हैं और वे भोपाल नहीं आना चाहते।
बता दें कि इससे पहले वीडी शर्मा ने सरकार गिराने का दावा करते हुए ट्वीट कर लिखा कि कमलनाथ जी, एक कहावत तो सुनी ही होगी आपने - "जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकते" आपकी सरकार आपकी अपने विधायकों के प्रति असंवेदनशीलता, जनता से किये गए वादों को पूरा ना करने एवं आपसी कलह की वजह से अल्पमत में है, भाजपा की वजह से नहीं।
सीएम कमलनाथ ने उनके इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए रिट्वीट किया और कहा कि ‘ना अभी भाजपा के पास बहुमत है, ना शिवराज सिंह को भाजपा विधायक दल ने अपना नेता चुना है, ना भाजपा की सरकार बनी है, ना कभी बनेगी लेकिन शिवराज सिंह चौहान की मुख्यमंत्री बनने के लिये हड़बड़ाहट, बैचेनी पूरा प्रदेश देख रहा है। किस प्रकार सत्ता के लिये वे बैचेन हो रहे है। उन्हें नींद नहीं आ रही है, दिन में भी मुख्यमंत्री पद के सपने देख रहे हैं। अधिकारियों को धमका रहे हैं। उनकी स्थिति पर मुझे तरस आ रहा है।