Edited By Vikas kumar, Updated: 14 Mar, 2019 07:18 PM
विंध्य क्षेत्र रीवा और सीधी के बाद शहडोल भी महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों में से एक है। अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। ज्ञान सिंह यहां के सांसद हैं।
शहडोल: विंध्य क्षेत्र रीवा और सीधी के बाद शहडोल भी महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों में से एक है। अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। ज्ञान सिंह यहां के सांसद हैं। 2016 के उपचुनाव में उन्होंने कांग्रेस के हिमाद्री सिंह को हराया था। हालांकि वर्ष 2014 में यहां से बीजेपी के ही दलपत सिंह ने चुनाव जीता था पर ब्रेन हैमरेज के कारण निधन हो जाने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ था। विंध्य क्षेत्र की इस लोकसभा सीट पर वर्तमान में बीजेपी का ही दबदबा है औऱ ज्ञान सिंह यहां से सांसद हैं।
शहडोल लोकसभा का राजनीतिक इतिहास
इस लोकसभा सीट पर पहली बार वर्ष 1957 में चुनाव हुए थे। जिसमें कांग्रेस के कमल नारायण सिंह ने जीत हासिल की थी। यहां की जनता ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों का बराबर मौका देती है। लेकिन हाल के कुछ चुनावों को देखा जाए तो बीजेपी यहां पर हावी रही है। दलपत सिंह का तो निधन हो चुका है, लेकिन ज्ञान सिंह आज भी अपना दबदबा यहां पर बनाए हुए हैं। वे 2016 का उपचुनाव जीतकर तीसरी बार यहां से सांसद बने हैं। विंध्य क्षेत्र की इस सीट पर 5 बार बीजेपी तो 7 बार कांग्रेस को जीत मिली है। वर्ष 1996, 1998, 1999 और 2004 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार यहां पर जीत दर्ज की। लेकिन 2009 के चुनाव में यहां पर कांग्रेस ने वापसी करते हुए बीजेपी को हरा दिया और राजेश नंदिनी यहां के सांसद बने। शहडोल लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं। सभी विधानसभा सीटों में फिलहाल 4 पर बीजेपी तो 4 पर कांग्रेस का कब्जा है।
शहडोल शहर विराटेश्वर मंदिर को लेकर जाना जाता है। यहां हर साल लाखों लोग दर्शन करने पहुंचते हैं। शह़डोल जिला मध्यप्रदेश के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है। वर्ष 1959 में इस जिले का गठन किया गया। यहां की 20.75% आबादी शहरी क्षेत्र और 79.25% आबादी ग्रामीण क्षेत्र में रहती है। यहां की 9.35% आबादी अनुसूचित जाति और 44.76% आबादी अनुसूचित जनजाति के लोगों की है। चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक 2014 के चुनाव में यहां पर 15,61,321 मतदाता थे। इनमें से 8,06,945 पुरुष मतदाता और 7,54,376 महिला मतदाता थे। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां कुल 62.03% मतदान हुआ था।
लोकसभा चुनाव 2014
वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को इस सीट पर जीत दर्ज मिली थी। भाजपा के दलपत सिंह ने कांग्रेस के राजेश सिंह को हराया था। दलपत सिंह को 5,25,419 वोट मिले थे तो राजेश सिंह को 2,84,118 वोट मिले थे। इस चुनाव में दलपत सिंह 2,41,301 वोटों के भारी अंतर से जीते थे। वहीं सीपीआई यहां पर तीसरे स्थान पर रही थी।
उम्मीदवार
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राजनीतिक दल
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वोट
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वोट प्रतिशत
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दलपत सिंह
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भाजपा
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5,25,419
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55.47%
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राजेश सिंह
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कांग्रेस
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2,84,118
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30.00%
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परमेश्वर सिंह
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सीपीआई
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27,619
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2.92%
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लोकसभा चुनाव 2009
वर्ष 2009 के चुनाव में लंबे समय बाद यहां से कांग्रेस को जीत मिली थी। 2014 का चुनाव हारने वाले राजेश सिंह ने इस चुनाव में बीजेपी के नरेंद्र सिंह को हराया था। इस चुनाव में राजेश सिंह को 2,63,434 वोट मिले थे। वहीं नरेंद्र सिंह को 2,50,019 वोट मिले। राजेश सिंह ने इस चुनाव में 13,415 वोटों से जीत हासिल की थी।
उम्मीदवार
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राजनीतिक दल
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वोट
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वोट प्रतिशत
|
राजेश सिंह
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कांग्रेस
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2,63,434
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41.86%
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नरेंद्र सिंह
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बीजपी
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2,50,019
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39.73%
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रामरतन सिंह
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गोंगपा
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30,967
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4.92%
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बता दें कि निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2019 का ऐलान कर दिया है। सभी पार्टियां प्रचार प्रसार में जुट गई हैं। यहां के वर्तमान सांसद ज्ञान सिंह की लोकसभा में उपस्थिति 53% रही है। लेकिन शहडोल लोकसभा क्षेत्र में इस बार ज्ञान सिंह के खिलाफ एंटी इंकबेंसी है जिसका फायदा कांग्रेस जरूर उठाना चाहती है।