Edited By meena, Updated: 23 May, 2024 12:22 PM
पन्ना जिले को यूं तो देश दुनिया में मंदिरों, हीरों और झीलों की नगरी के नाम से जाना जाता है...
पन्ना (टाइगर खान): पन्ना जिले को यूं तो देश दुनिया में मंदिरों, हीरों और झीलों की नगरी के नाम से जाना जाता है। यहां केन व पतने जैसी बड़ी नदी भी है, इसके बावजूद पन्ना में गर्मी आते ही पानी की किल्लत शुरू हो चुकी है। बता दें कि मामला जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर-17 के ऐसे क्षेत्र का है, जहां खुद कलेक्टर एवं नगर पालिका सीएमओ रहते हैं। आलम ये है कि करीब 500 लोगों की बस्ती में महज एक ही नल के भरोसे है, जिसमें पानी की सप्लाई भी एक दिन छोड़ एक दिन की जाती है।
इसी के चलते रहवासी कलेक्टर बंगला के सामने बने गड्ढे जहां से पानी की टंकी का पानी रिसकर निकलता है, वहां से जान जोखिम में डालकर गंदा पानी भरकर अपना निस्तार करने को मजबूर है, ऐसा नहीं है कि लोगों ने इसकी शिकायत नगर पालिका या उच्च अधिकारियों से नहीं की बल्कि कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
रहवासियों ने बताया कि उन्हें एक-एक डब्बा पानी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। घंटों तक सारे काम छोड़कर उन्हें तपती धूप में लाइन में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। इसके साथ ही अन्य निस्तार के लिए पानी की टंकी से रिसने वाले गंदे पानी को भरना पड़ता है, जिससे न केवल कई बार उन्हें बीमारियों का सामना करना पड़ता है। बल्कि गड्ढे में बच्चो के गिरने का भी खतरा बना रहता है।
रहवासियों ने बताया कि यहां कई बार पानी को लेकर लड़ाई झगड़े भी हो चुके है, और कई बार मारपीट भी हो चुकी है। वही इस पूरे मामले में नगर पालिका सीएमओ का कहना है कि नगर में पेयजल को लेकर समुचित व्यवस्था की जा रही है, पहाडकोठी में नई बस्ती बस गई है, जिस वजह से वहां पानी की लाइन की व्यवस्था नही है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही इसका समाधान किया जाएगा। गौरतलब है कि हर बार गर्मी शुरू होते ही यहां के लोगो को पानी की समस्यायों का सामना करना पड़ता है, पूर्व में कई बार यहां के रहवासी नगर पालिका का घेराव और मटका फोड़ आंदोलन भी कर चुके है, लेकिन उन्हें आश्वासन के सिवाए कुछ भी नही मिला, अब देखना होगा कि क्या कुम्भकर्णी नींद में सोया प्रशासन लोगो की समस्यायों का समाधान कर पाता है...या नही...?