Edited By Himansh sharma, Updated: 04 Jun, 2024 05:43 PM
![bunty vivek sahu fulfilled bjp s dream](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_17_40_401476943jashan-ll.jpg)
लोकसभा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू ने भाजपा का 45 वर्षों का सपना पूरा कर दिया है।
छिंदवाड़ा। (साहुल सिंह): लोकसभा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू ने भाजपा का 45 वर्षों का सपना पूरा कर दिया है। छिंदवाड़ा में विवेक बंटी साहू ने रिकॉर्ड मतों से पूर्व सीएम कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ को पराजित कर जीत का परचम लहरा दिया है। लोकसभा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू ने 21 वा राउंड में नकुलनाथ से एक लाख 13 हजार 655 वोटों से जीत का परचम लहराया है। जैसे ही भाजपा लीड करते हुए नजर आई वैसे ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने जीत का जश्न शुरू कर दिया है। मतगणना स्थल के बाहर कार्यकर्ताओं ने बाजे गाजे के साथ आतिशबाजी कर एक दूसरे की मिठाई खिलाते हुए नजर आए। वहीं दूसरी तरफ जीत का मुकुट पहने बंटी साहू के घर के सामने बधाई देने वालो का हुजूम लग गया।
तीसरे राउंड के आए नतीजों के बाद नकुलनाथ मतगणना स्थल से वापस लौटे
सुबह 7 बजे से ही प्रशासन की चाक चौबंध व्यवस्था के बीच मतगणना शुरू ही और बैलेट पेपर की गढ़ना के साथ ही भाजपा प्रत्यासी विवेक बंटी साहू नकुलनाथ ने लीड लेते आगे बढ़ते चले गए। जैसे ही 11 बजे के आसपास तीसरा राउंड के नतीजे सामने आए और विवेक बंटी साहू लीड करते आए। वैसे ही नकुलनाथ अपने कार्यकर्ताओं के साथ अपने बंगले शिकारपुर की तरफ रवाना हो गए। इस दौरान उनके चेहरे पर मायूसी साफ देखी जा सकती थी। हालांकि मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने जरूर यह कहा था कि मुझे छिंदवाड़ा के मतदाता पर पूरा भरोसा है। उसके लगभग 2 घण्टे बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी मीडिया से चर्चा के दौरान नकुलनाथ की हार स्वीकार कर ली थी।
तो क्या कांग्रेस नेताओ का पालायन पड़ गया भारी
जैसे ही नकुलनाथ को कांग्रेस ने दूसरी बार लोकसभा के अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया था। उसके बाद से कांग्रेस के नेताओं का पालायन का दौर भी शुरू हो गया था। चुनाव के नजदीक आते आते। पूर्व मंत्री ,सिटिंग एमएलए , महापौर , एक दर्जन के करीब पार्षद, जनपद सदस्य समेत हजारों की संख्या में कांग्रेस नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया था । और सभी दलबदलू नेताओ ने कमलनाथ के ऊपर किसी भी प्रकार की टिप्पणी नही की लेकिन उन्होंने नकुलनाथ के नेतृत्व को अस्वीकार किया था। तो कुछ नेताओं ने कमलनाथ के निज सचिव संजय श्रीवास्तव के ऊपर भी जमकर हमला बोला था।