Edited By suman, Updated: 14 Dec, 2018 11:47 AM
परिवहन विभाग में टेम्परेरी रजिस्ट्रेशन में टैक्स घोटाला सामने आने के बाद विभाग ने प्रदेश में नई व्यवस्था लागू कर दी है। इसके तहत अब किसी भी तरह की फीस या टैक्स जमा करने के बाद उसकी रसीद के साथ आवेदक से स्क्रीन शाॅट की कॉपी भी मांगी जा रही है, साथ ही...
सागर: परिवहन विभाग में टेम्परेरी रजिस्ट्रेशन में टैक्स घोटाला सामने आने के बाद विभाग ने प्रदेश में नई व्यवस्था लागू कर दी है। इसके तहत अब किसी भी तरह की फीस या टैक्स जमा करने के बाद उसकी रसीद के साथ आवेदक से स्क्रीन शाॅट की कॉपी भी मांगी जा रही है, साथ ही इस रसीद का स्मार्ट-चीप कंपनी से वेरिफिकेशन भी मांगा जा रहा है। छोटे से काम के लिए भी इस पूरी प्रक्रिया को अपनाने में काफी समय लगने से आवेदक परेशान हैं।
टैक्स घोटाले में सामने आया था कि आरटीओ एजेंट ने स्मार्ट-चीप कंपनी के कम्प्यूटर ऑपरेटर के साथ मिलकर कम राशि जमा करने के बाद निकली रसीदों को कम्प्यूटर की मदद से कई गुना ज्यादा राशि की रसीदों में बदला जा रहा था। अब आवेदक को रसीद के साथ कम्प्यूटर स्क्रीन का स्क्रीन शॉट का प्रिंट आउट भी देना होगा, ताकि वेरिफाई हो सके कि जितने की रसीद है उतनी ही राशि स्क्रीन पर भी नजर आ रही है। साथ ही इसके बाद स्मार्ट-चीप कंपनी ऑपरेटर्स से इसका वेरिफिकेशन भी करवाना है।