Edited By Prashar, Updated: 30 Jul, 2018 02:23 PM
मध्यप्रदेश से आए दिन सरकारी कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेने और ड्यूटी के दौरान शराब पीने के मामले सामने आ रहे है। हद तो तब हो गई जब इंदौर के एक मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को फोन किया तो शराब पिए हुए ड्राइवर गाड़ी लेकर पहुंचा। इतना ही...
इंदौर : मध्यप्रदेश से आए दिन सरकारी कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेने और ड्यूटी के दौरान शराब पीने के मामले सामने आ रहे है। हद तो तब हो गई जब इंदौर के एक मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को फोन किया तो शराब पिए हुए ड्राइवर गाड़ी लेकर पहुंचा। इतना ही नहीं उसने मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए पांच सौ रुपए रिश्वत भी मांगी।
मामला इंदौर से सटे पालिया इलाके का है। विष्णु नाम की महिला ने अपने बीमार पति को अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस को फोन किया। जब एंबुलेंस पहुंची तो उसका ड्राइवर शराब पिए हुए था। वे मरीज को लेकर एमवाई अस्पताल जा रहे थे तो रास्ते में ड्राइवर ने एंबुलेंस को रोक दिया और महिला से 500 रुपए की मांग करने लगा।
महिला के पति की तबीयत बिगड़ती जा रही थी। जिसके चलते उसने ड्राइवर को पैसे दे दिए। अस्पताल पहुंचते ही महिला ने इसकी शिकायत की। तब कहीं जाकर चालक ने रुपए वापस लौटाए। इसके बाद भी उसने मरीज की इलाज के लिए पर्ची बनते समय भी हंगामा किया।
मामले पर जब शराबी ड्राइवर से बात की गई तो उसने पैसे लेने की बात से इनकार करते हुए कहा कि वो एंबुलेंस का ड्राइवर नहीं है और मौके से भाग गया। गौरतलब है कि 108 एम्बुलेंस के चालकों ने हाल ही में हड़ताल कर अपनी मांगों के लिए जमकर हंगामा मचाया था और हड़ताल पर जाकर शासन और मरीजों की परेशानी बढ़ा दी थी।