Edited By Vikas kumar, Updated: 01 Feb, 2019 10:58 AM
प्रदेश में बीजेपी की सरकार के जाती ही पार्टी की हालत बिगड़ रही है, हालात ऐसे हो चले हैं कि चुनाव तैयारियों की बैठक में जिलाध्यक्षों को पार्टी का कार्यक्रम आयोजित करने के लिए खुद पैसा जु...
भोपाल: प्रदेश में बीजेपी की सरकार के जाती ही पार्टी की हालत बिगड़ रही है, हालात ऐसे हो चले हैं कि चुनाव तैयारियों की बैठक में जिलाध्यक्षों को पार्टी का कार्यक्रम आयोजित करने के लिए खुद पैसा जुटाने को कहा जा रहा है। विधानसभा चुनाव के दौरान कम से कम 500 रुपए के कूपन से पैसा जुटाने वाली बीजेपी अब 5 रुपए का चंदा लेने को भी तैयार है।
कांग्रेस की सरकार आते ही अब बीजेपी के बुरे दिन आ गए हैं। लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही पार्टी ने सभी मोर्चा के जिलाध्यक्षों और पार्टी ज़िलाध्यक्षों से कहा है कि वो चुनाव खर्च के लिए फंड का इंतजाम खुद करें। विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने फंड के लिए मध्यप्रदेश के सभी 230 विधानसभा सीटों पर 46 करोड़ रुपए जुटाने का अभियान शुरू किया था। इस हिसाब से हर विधानसभा से कम से कम 20 लाख रुपए चंदा जुटाने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन वर्तमान स्थिति देख कर यह बड़ा मुश्किल नजर आ रहा है।
बीजेपी का चंदा जुटाने का ये है नियम
बीजेपी मोर्चा और ज़िला अध्यक्षों को खुद फंड की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।
जिलों में होने वाले कार्यक्रमों के लिए वहीं फंड जुटाए जाएंगे।
लोकसभा चुनाव में फंड जुटाने के लिए बीजेपी विशेष अभियान चलाएगी।
11 फरवरी को नमो एप के ज़रिए कार्यकर्ताओं से फंड लिया जाएगा तथा समर्पण निधि के तौर पर कार्यकर्ता 5 रुपए से लेकर 1 हजार रुपए तक दे सकते हैं।