Edited By meena, Updated: 07 Jun, 2019 12:39 PM
लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए किसी बड़े चेहरे की तलाश जारी है। जहां एक ओर सिंधिया के समर्थक उन्हें इस पद पर देखना चाहते हैं वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई एवं विधायक लक्ष्मण सिंह ने ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि...
भोपाल: लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए किसी बड़े चेहरे की तलाश जारी है। जहां एक ओर सिंधिया के समर्थक उन्हें इस पद पर देखना चाहते हैं वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई एवं विधायक लक्ष्मण सिंह ने ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि सिंधिया के पास समय की कमी है, वे उत्तर प्रदेश में भी पार्टी का काम देख रहे हैं। उनको मध्य प्रदेश पीसीसी का अध्यक्ष नहीं बनाया जाना चाहिए। पार्टी हाईकमान को सिंधिया की जगह किसी अन्य के नाम पर विचार करना चाहिए।
इतना ही नहीं उन्होंने प्रदेश में कमलनाथ सरकार द्वारा किए जा रहे बड़े पैमाने पर कर्मचारियों के ट्रांसफर से भी लक्ष्मण सिंह खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि तबादले होना एक शासकीय प्रक्रिया है लेकिन इसकी कोई सीमा होनी चाहिए। इतने बड़े पैमाने पर तबादले करना गलत है। इससे सरकार पर ही बोझ पड़ता है। कर्मचारियों के ट्रांसफर होने पर उन्हें भत्ता भी देना पड़ता है। जिसे सरकार किसी अन्य विकास के कार्य में इस्तेमाल कर सकती है।
विधायक लक्ष्मण सिंह शिप्रा, मंदाकिनी न्यास के अध्यक्ष कम्पयूटर बाबा द्वारा नर्मदा नदी के निरीक्षण के हेलिकॉप्टर मांगे जाने का भी विरोध किया है। उन्होंने कहा कि कम्पयूटर बाबा संत हैं उन्हें इस तरह की मांग शोभा नहीं देती। अगर उन्हें नर्मदा नदी का जायजा ही लेना है तो पैदल परिक्रमा करना चाहिए।