Edited By Prashar, Updated: 22 Aug, 2018 06:41 PM
एक तरफ सीएम शिवराज प्रदेश में किसानों के लिए हर संभव मदद का दावा करते हैं। लेकिन दूसरी तरफ तस्वीर इसके विपरीत नजर आती है। आलम यह है कि किसान बार-बार प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं। जिला के किसान अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर सड़क पर उतरे। किसान...
रतलाम : एक तरफ सीएम शिवराज प्रदेश में किसानों के लिए हर संभव मदद का दावा करते हैं। लेकिन दूसरी तरफ तस्वीर इसके विपरीत नजर आती है। आलम यह है कि किसान बार-बार प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं। जिला के किसान अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर सड़क पर उतरे। किसान महासंघ का कहना है कि फसल बीमा के नाम से उन्हें गुमराह किया जा रहा है।
उनका कहना है कि भावान्तर योजना में भारी गड़बडिय़ां है, किसान कर्ज में डूबता जा रहा है। ऐसे में उन्हें कर्ज माफी नहीं कर्ज मुक्त किया जाए, क्योंकि माफी अपराधी को दी जाती है और हम किसानों ने देश को पालने का काम किया है।
किसानों का आरोप है कि हर साल बीमा राशि समय पर भरने के बावजूद भी उनको मुआवजा नहीं मिला है। इसकी शिकायत उन्होंने कई बार सोसायटी से की, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। किसानों ने राजस्व एवं बीमा अधिकारी द्वारा फसलों के आंकलन में पक्षपात किए जाने का आरोप लगाया है।
किसानों का कहना है कि फसल बीमा राशि का पूर्ण भुगतान किया जा रहा है। लेकिन जब नुकसान होता है तो राशि का भुगतान नाम मात्र होता है, जिससे किसानों में आक्रोश है। कृषि भूमि का नामांतरण समय पर नहीं होने से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।