Edited By Vikas kumar, Updated: 15 Dec, 2018 08:43 PM
बड़ा ताज्जुब सा लगता है जब जिले की कमान संभालने वाला कलेक्टर अपने काम के लिए भी आम आदमियों की तरह लाइन में लगता है। लेकिन भिंड से ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई है। जहां के कले...
भिंड: बड़ा ताज्जुब सा लगता है जब जिले की कमान संभालने वाला कलेक्टर अपने काम के लिए भी आम आदमियों की तरह लाइन में लगता है। लेकिन भिंड से ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई है। जहां के कलेक्टर धनराजू एस अपनी सात साल की बेटी का इलाज कराने जिला अस्पताल पहुंचे औऱ खिड़की पर जाकर आम आदमियों की तरह कतार में लग गए जहां से ओपीडी पर्ची बनवाई जाती है।
जब कलेक्टर इमरेजेंसी खिड़की पर पहुंचे तो कर्मचारी ने इन्हें नहीं पहचाना। कर्मचारी ने कलेक्टर से कहा कि, यहां सिर्फ इमरजेंसी पर्ची बनती हैं सामान्य पर्चा दूसरी खिड़की से बनेगा। इसके बाद कलेक्टर सामान्य खिड़की पर गए और वहां आम लोगों की तरह लाइन में खड़े होकर बच्ची के इलाज के लिए ओपीडी का पर्चा बनवाया। यह देख वहां खड़े लोग देखते ही रह गए। धनराजू एस 2009 बैच के आईएएस अफसर हैं।