Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 09 Jan, 2019 02:45 PM
भले ही सरकारी पदों पर पदस्थ वरिष्ठ अधिकारी मोटी-मोटी तनख्वाह लेते हैं। लेकिन दिन प्रतिदन बढ़ रहे रिश्वत के मामलें इस बात के साक्षी हैं इनका पेट इतने से नहीं भरता। इसलिए ये भोले भाले लोगों से रिश्वत के रुप में मोटी रकम की डिमांड करते है...
दमोह: भले ही सरकारी पदों पर पदस्थ वरिष्ठ अधिकारी मोटी-मोटी तनख्वाह लेते हैं। लेकिन दिन प्रतिदन बढ़ रहे रिश्वत के मामलें इस बात के साक्षी हैं इनका पेट इतने से नहीं भरता। इसलिए ये भोले भाले लोगों से रिश्वत के रुप में मोटी रकम की डिमांड करते है और कानून के हत्थे चढ़ जाते है। ऐसा ही मामला जिले के हटा नगरपालिका परिषद में पदस्थ एक जिम्मेदार सीएमओ का है। जिनपर रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं।
दरअसल, प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि पास कराने के एवज में हटा नगरपालिका सी एम ओ प्रियंका झरिया और सहायक राजस्व की मिली भुगत से हटा के ही गांधी वार्ड में रहने वाले राजू ठाकुर से बीस हजार रुपए लेने की बात हुई थी। राजू ठाकुर जब रकम की दूसरी किश्त 10,000 रुपए देने पहुंचा तो लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त की कार्रवाई शुरु होते ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हुआ व एक के बाद एक कई चेहरों से नकाब उतरे। लोकायुक्त पुलिस सागर द्वारा प्रियंका को भी सचिन दीक्षित के साथ आरोपी बनाया गया है।