Edited By suman, Updated: 12 Nov, 2018 02:43 PM
मध्यप्रदेश के भिंड जिले में रोजगार के लिए पलायन के चलते एक बार फिर मतदान प्रतिशत कम रहने की आशंका है। प्रदेश में आचार संहिता लगने के बाद से ही गांवों में सरकारी कामकाज ठप्प हो गए हैं। इससे मजदूर पेशा वर्ग की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। ऐसे में रोजगार...
भिंड: मध्यप्रदेश के भिंड जिले में रोजगार के लिए पलायन के चलते एक बार फिर मतदान प्रतिशत कम रहने की आशंका है। प्रदेश में आचार संहिता लगने के बाद से ही गांवों में सरकारी कामकाज ठप्प हो गए हैं। इससे मजदूर पेशा वर्ग की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। ऐसे में रोजगार की तलाश में प्रतिदिन सैकडों ग्रामीण गुजरात और दिल्ली की ओर पलायन कर रहे हैं। हालांकि अधिकारी इससे इंकार कर रहे हैं। भिंड अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आर सी शर्मा ने कहा कि लोगों के आने जाने से मतदान प्रभावित नहीं होगा।
वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में गोहद विधानसभा में मतदान 60 प्रतिशत से भी कम रहा था। उस समय इसकी मुख्य वजह पलायन को ही बताया गया था। पूरे जिले का मतदान प्रतिशत 61.5 प्रतिशत रहा था। इसमें अटेर में 61 प्रतिशत, भिण्ड में 60 प्रतिशत, लहार में 61.50 प्रतिशत, मेहगांव में 65 प्रतिशत, गोहद में 59.5 प्रतिशत मतदान रहा था।