Edited By meena, Updated: 12 Jul, 2019 05:00 PM
मंडला जिले की बिछिया तहसील के मुहाड़ गांव में एक अनोखा मामला देखने को मिला। यहां सरकार की महिला विकास व किसानों पर लंबा चौड़ा भाषण देने वाले नेताओं की पोल खोलता एक मामला सामने आया है। जमीनी हकीकत की दास्तां बयान करता यह वाक्य एक किसान से जुड़ा हुआ है...
मंडला: मंडला जिले की बिछिया तहसील के मुहाड़ गांव में एक अनोखा मामला देखने को मिला। यहां सरकार की महिला विकास व किसानों पर लंबा चौड़ा भाषण देने वाले नेताओं की पोल खोलता एक मामला सामने आया है। जमीनी हकीकत की दास्तां बयान करता यह वाक्य एक किसान से जुड़ा हुआ है जिसने अपनी भाभी व बीबी को बैल की जगह खेत में हल चलाने के लिए इस्तेमाल किया है। लगातार शासन से मांग करने के बावजूद भी उस तक शासन की किसी प्रकार की सुविधाएं नहीं पहुंची है। जो यह दर्शाता है कि प्रशासन की आंखे पूरी तरह से बंद हो चुकी है। आज के इस युग में इस प्रकार की प्रक्रिया होना समाज में एक कोढ़ के रूप में सामने आती है।
दरअसल, मुहाड़ गांव का रहने वाला राजकुमार साहू बेहद गरीब किसान है। सरकार से लाख बार मदद की गुहार लगाने के बाबजूद भी उसे सुविधाएं प्राप्त न हो सकी। यहां तक कि उसके पास एक जोड़ी बैल की भी नहीं मजबूरी वश उसे अपनी खेतों में जुताई के लिए बैल की जगह बीबी हेमलता बाई व भाभी राधिकाबाई को जोत लिया। अपने पेट के गुजह बसर के लिए उसके द्वारा उठाया यह कदम हैरानीजनक है लेकिन केंद्र सरकार व राज्य सरकार के झूठे वादों की जीती जागती तस्वीर बयां करता है।