Edited By Prashar, Updated: 11 Jul, 2018 02:20 PM
मध्यप्रदेश के रीवा में नायब तहसीलदार और बाबू को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है| भ्रष्टाचार का केंद्र बन चुके कलेक्टर ऑफिस में करीब एक साल के अंदर चार बार लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथों रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी को पकड़ा है।
रीवा : मध्यप्रदेश के रीवा में नायब तहसीलदार और बाबू को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है| भ्रष्टाचार का केंद्र बन चुके कलेक्टर ऑफिस में करीब एक साल के अंदर चार बार लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथों रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी को पकड़ा है। दरअसल तहसील में चल रहे एक मामले में आदेश जारी करने के बदले रिश्वत की मांग की जा रही थी, जिसकी शिकायत फरियादी ने लोकायुक्त में की थी।
जानकारी के मुताबिक सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर में हुजूर तहसील के बनकुइयां सर्किल के नायब तहसीलदार शारदा प्रसाद मिश्रा एवं बाबू शिवानंद पांडेय को चार हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तहसील में चल रहे एक प्रकरण में आदेश जारी करने के बदले रिश्वत की मांग की जा रही थी, जिसकी शिकायत प्रकाश कुमार तिवारी निवासी सोनौरी ने लोकायुक्त कार्यालय में दर्ज कराई।
शिकायतकर्ता ने बताया कि गांव में उसके मकान के निर्माण पर सरपंच ने रोक लगवा दी और नायब तहसीलदार के यहां बेदखली का आवेदन भी लगवा दिया। इस प्रकरण में शिकायतकर्ता के पक्ष में फैसला हुआ। जिसमें आठ हजार रुपए नायब तहसीलदार और बाबू पहले ही ले चुके थे। अब उसी प्रकरण में आदेश जारी करने के बदले 10 हजार की मांग की जा रही थी। बाद में समझौते के तहत चार हजार में बात तय हुई थी। शिकायतकर्ता की शिकायत की जांच के बाद लोकायुक्त एसपी ने टीम गठित कर कार्रवाई के लिए भेजा। सोमवार को जैसे ही नायब तहसीलदार शारदा प्रसाद मिश्रा एवं बाबू शिवानंद पांडेय ने चार हजार रुपए की रिश्वत ली, लोकायुक्त की टीम ने दोनों को रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया।