Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 25 Mar, 2019 10:08 AM
कांग्रेस के मध्यप्रदेश की 9 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही लोकसभा चुनाव में दांव पेंच का खेल शुरू हो गया है। सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर के ग्वालियर सीट से मुरैना जाते ही समीकरण तेजी से बदले हैं। जिसका असर न केवल बीजेपी बल्कि कांग्रेस...
ग्वालियर: कांग्रेस के मध्यप्रदेश की 9 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही लोकसभा चुनाव में दांव पेंच का खेल शुरू हो गया है। सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर के ग्वालियर सीट से मुरैना जाते ही समीकरण तेजी से बदले हैं। जिसका असर न केवल बीजेपी बल्कि कांग्रेस में भी देखने को मिल रहा है। कांग्रेस महासचिव व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के रविवार सुबह अल्प प्रवास पर ग्वालियर आने के बाद आश्चर्यजनक रूप से कांग्रेस कार्यालय में बैठक बुलाई गई। मंत्री, विधायक व वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में शहर जिलाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने प्रस्ताव पढ़कर सुनाया कि ग्वालियर सीट से प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया (ज्योतिरादित्य की पत्नी) को टिकट दिया जाए।
रविवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने आनन फानन में आवश्यक बैठक बुलाई। जिसमें प्रदेश और जिले के पदाधिकारियों के साथ साथ मंत्री इमरती देवी, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, लाखन सिंह यादव, विधायक मुन्नाालाल गोयल, प्रवीण पाठक सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हाथ उठाकर सहमति दे दी।
प्रस्ताव को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को तत्काल फैक्स कर दिया गया। खास बात यह थी बैठक में टिकट के प्रबल दावेदार अशोक सिंह और दिग्विजय खेमे का एक भी वरिष्ठ नेता नहीं पहुंचा। जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। ग्रामीण संगठन ने आम सहमति से प्रस्ताव पारित कर राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेज दी है।