Edited By suman, Updated: 21 Oct, 2018 11:17 AM
मध्यप्रदेश में सियासत गरम है। विधानसभा चुनाव के लिए टिकट के दावेदारों की उठा पटक जारी है। ऐसे में पार्टी के बड़े नेताओं से दावेदार लगातार संपर्क कर रहे हैं। ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब प्रदेश कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के मुखिया ज्योतिरादित्य...
ग्वालियर: मध्यप्रदेश में सियासत गरम है। विधानसभा चुनाव के लिए टिकट के दावेदारों की उठा पटक जारी है। ऐसे में पार्टी के बड़े नेताओं से दावेदार लगातार संपर्क कर रहे हैं। ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब प्रदेश कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया को दावेदारों में घेर लिया। असल में सिंधिया टिकट बंटवारे से पहले ये सुनिश्चित करना चाहते है कि टिकट बंटवारे के बाद कोई भी समर्थक चुनाव में खेल न बिगाड़ दे। इसके लिए उन्होंने दावोदारों से मुलाकात कर दो टूक कहा कि टिकट का बंटवारा सर्वे के आधार पर ही होगा। इसलिए जिसे भी टिकट मिले उसका समर्थन करें। सरकार बनने के बाद सबको सेट कर दिया जाएगा।
सिंधिया ने शुक्रवार को एक बैठक बुलाई थी। इसमें वह दावेदारों से वन टू वन मिले। सिधिया को इस बात का अहसास है जिनको टिकट नहीं मिलेगा, वह नाराज होकर खिलाफत कर सकते हैं, इसलिए इस बार उन्होंने सभी दावेदारों से चर्चा कर उनको यह बताने का निर्णय लिया कि टिकट किसी को भी मिले जिताने की जिम्मेदारी सभी की होगी। सिंधिया ने शहर की चार विधानसभा क्षेत्र के दावेदारों से चर्चा करते हुए कहा कि अगर मेरी बात मान लोगे तो आपका ही कद बढ़ेगा, क्योंकि जो टिकट से वंचित रहेंगे, उनको सरकार बनने पर एडजेस्ट करने का काम मेरा रहेगा। इससे आप सभी बेफ्रिक रहना। अब सवाल यह है कि जो लोग अभी तक लाखो की राशि खर्च कर चुके है वह टिकट न मिलने पर खिलाफत करने से कैसे पीछे रहेगें। लेकिन सिंधिया ने अगर नजर तीखी कर ली तो फिर उनकी बात मानने के लिए सभी को राजी होना होगा, क्योंकि यह तो सभी दावेदारो को पता है कि अंचल में राजनीति का रास्ता सिंधिया से होकर ही गुजरता है।