Edited By suman, Updated: 29 Oct, 2018 02:19 PM
अगर इंसान प्रकृति से प्यार करता है, तो वह अपने कार्यस्थल का ना सिर्फ माहौल बदल सकता है, बल्कि लोगों को कुछ अच्छा सोचने और करने का मौका भी दे सकता है। कुछ ऐसा ही किया है भू -अभिलेख एवं बंदोबस्त में कार्यरत कर्मचारी प्रदीप लक्षणे ने। इस कर्मचारी ने...
ग्वालियर: अगर इंसान प्रकृति से प्यार करता है, तो वह अपने कार्यस्थल का ना सिर्फ माहौल बदल सकता है, बल्कि लोगों को कुछ अच्छा सोचने और करने का मौका भी दे सकता है। कुछ ऐसा ही किया है भू -अभिलेख एवं बंदोबस्त में कार्यरत कर्मचारी प्रदीप लक्षणे ने। इस कर्मचारी ने पिछले 15 दिनों की मेहनत में ही कार्यालय के बाहर ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कर दिया है। इतना ही नहीं उसने प्रकृति के नजदीक रहने के संदेश भी दीवारों पर लिखवाए हैं। जो दीवारें कभी पीकदान के कारण बदरंग हो रही थी, उन्हें हरे भरे संदेशों से रंग दिया है।
कर्मचारी का कहना है कि उसने यह काम बिना किसी स्वार्थ के किया है। क्योंकि वह प्रकृति से प्यार करता है और अपने आसपास के माहौल को स्वच्छ और साफ सुथरा रखने की इच्छा रखता है। इसलिए उसने यह काम किया है। दीवारों को पेंटिंग के अलावा उसने कॉरीडोर में विभिन्न तरह के पौधे भी लगाए हैं जिससे माहौल खुशनुमा रहे और स्वच्छ हवा का आवागमन हो सके। कर्मचारी का मानना है कि पर्यावरण असंतुलन के चलते विश्व से हरियाली गायब हो रही है और जंगलों में रहने वाले पशु पक्षी शहरों का रुख कर रहे हैं। इसी असमानता को दूर करने के लिए उसकी यह छोटी सी कोशिश है जो वह अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर कर रहे हैं