Edited By suman, Updated: 13 Aug, 2018 12:38 PM
जबलपुर रेल मंडल के ट्रेन ड्राइवर 51 वर्षीय हैरिसन जॉन ने रविवार की शाम करीब 6:30 बजे महाकौशल एक्सप्रेस के आगे कूदकर जान दे दी। जबलपुर स्टेशन के वाशिंग पिट नंबर-2 पर हुई घटना के बाद हड़कंप मच गया। रेलकर्मी भागते हुए मौके पर पहुंचे तो देखा वरिष्ठ लोको...
जबलपुर : जबलपुर रेल मंडल के ट्रेन ड्राइवर 51 वर्षीय हैरिसन जॉन ने रविवार की शाम करीब 6:30 बजे महाकौशल एक्सप्रेस के आगे कूदकर जान दे दी। जबलपुर स्टेशन के वाशिंग पिट नंबर-2 पर हुई घटना के बाद हड़कंप मच गया। रेलकर्मी भागते हुए मौके पर पहुंचे तो देखा वरिष्ठ लोको पायलट का सिर, धड़ से कटकर पटरी के दूसरी ओर पड़ा था। यह देख रेल कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने रेल अधिकारी पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। कर्मचारी जबलपुर रेल मंडल के डीआरएम को घटनास्थल पर बुलाने पर अड़ गए।
इस दौरान उन्होंने दयोदय एक्सप्रेस के रैक को वाशिंग पिट से प्लेटफार्म पर ले जाने से भी रोक दिया। हंगामा बढ़ता देख मौके पर आरपीएफ और जीआरपी के जवान पहुंच गए। वहीं, डीआरएम भी घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
वजह रेल अधिकारी पर लगाया आरोप
रेल कर्मचारियों का आरोप है कि मेल ड्राइवर हैरिसन के सुसाइड करने की वजह रेल अधिकारी की प्रताड़ना है। जबलपुर मंडल के विद्युत विभाग के सीनियर डीईई सुरेन्द्र यादव ने ड्राइवर हैरिसन को कटनी में चादर जलाने के मामले में सजा दी और उसे मेल ड्राइवर से शंटर बनाकर जबलपुर में तैनात कर दिया। इतना ही नहीं उसका वेतन 70 हजार बेसिक से 28 हजार कर दिया। जिससे वह और उसका परिवार कई दिनों से आर्थिक संकट से जूझ रहा था। उसने वरिष्ठ रेल अधिकारियों के सामने झूठे आरोप लगाकर सजा देने की बात भी रखी, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी।