Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 21 Feb, 2019 01:55 PM
शासन की अतिमहत्वकांक्षी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत जनपद पंचायत बुढार अंतर्गत केशवाही पंचयात के मरखी माता मंदिर में 15 फरवरी को जिला प्रशासन ने 287 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया। जिसमें ग्राम जमुनिहा टोला के रहने वाले मानसिक रूप से कमजोर...
शहडोल: शासन की अतिमहत्वकांक्षी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत जनपद पंचायत बुढार अंतर्गत केशवाही पंचयात के मरखी माता मंदिर में 15 फरवरी को जिला प्रशासन ने 287 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया। जिसमें ग्राम जमुनिहा टोला के रहने वाले मानसिक रूप से कमजोर विक्षिप्त राजेन्द्र बसोर का विवाह ग्राम कुलमी निवासी मानसिक रूप से कमजोर विक्षिप्त बुदि बाई से कलेक्टर समेत अन्य अधिकारियों के मौजदूगी में करा दिया गया। लेकिन उन्हें इस योजना का कोई लाभ नहीं मिला।
वहीं अब इस मामलें में विक्षिप्तों के माता-पिता का कहना है कि प्रशासन के नुमाइंदों ने उन्हें अंधेरे में रखकर उनके बच्चों की शादी करा दी। लेकिन उन्हें इस योजना का कोई लाभ नहीं मिला।उल्टा उनके बच्चो का जीवन बर्बाद हो गया। प्रशासन ने उनके साथ भद्दा मजाक किया है। मुख्यमंत्री के इस विवाह के बाद से दिमागी रूप से कमजोर राजेन्द्र और बुदि अब लोगों के लिए मजाक बन गए है।
लोगों का कहना है कि अगर वे दिमागी तौर से कमजोर थे तो उनकी शादी क्यों की गई। उन्हें किसी योजना का लाभ भी नहीं मिला उल्टा लोगों के मजाक का केंद्र बन गए हैं। वहीं अब क्लेक्टर महोदय खुद को इस सब से अंजान बता रहे हैं। जबकि शादी उनकी मौजूदगी में हुई थी।