Edited By meena, Updated: 17 Jun, 2023 05:24 PM
भंवरकुआ थाना क्षेत्र की एक होटल में मोबाइल व्यापारी ने फांसी लगाकर जान दे दी
इंदौर (सचिन बहरानी): भंवरकुआ थाना क्षेत्र की एक होटल में मोबाइल व्यापारी ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसने पांच पन्ने का सुसाइड नोट भी लिखा है। जिसमें उसने एक एसआई और एसटीएफ में पदस्थ एक सिपाही सहित आधा दर्जन लोगों के नाम लिखे हैं। व्यापारी ने नोट में लिखा है कि उसे झूठे केस में फंसाने के बाद लाखों रुपए वसूले गए थे। अब धमकाकर उससे पत्नी के जेवर तक मांग रहा था। फिलहाल पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त किया है। पुलिस अधिकारी पूरे मामले की जांच में जुट गए हैं।
दरअसल भंवरकुआ पुलिस के मुताबिक उन्हें सूचना मिली कि आईटी पार्क के पास होटल द ग्रांड होटल के कमरे में राजीव शर्मा निवासी रायल बंग्लो ने सुसाइड किया है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। कमरे में पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें पुलिस के एसआई महेश चौहान और एसटीएफ के सिपाही प्रशांत परिहार, शोरूम मालिक अशोक गोयल और दुकान के कर्मचारी विकास जड़िया और उसकी मां नर्मदाबाई सहित कई लोगों के नाम लिखे हैं। नोट में लिखा है कि उस पर झूठा प्रकरण बनाकर जेल भेज दिया गया और उससे लाखों रुपए लेने के साथ ही जेवर भी रख लिए। इस कारण वह कर्ज में दब गया। अभी भी प्रशांत और नरेंद्र उससे रुपयों की मांग कर रहे हैं। कंगाल हो चुका हूं, अब उसकी पत्नी के जेवर बेचकर रुपए देने की बात कर रहे हैं।
ऐसे फंसता गया कर्ज के जाल में...
मृतक के परिजन ने बताया कि 2021 में राजीव के यहां काम करने वाले विकास जड़िया ने राऊ स्थित सिलिकॉन सिटी के घर के फर्जी दस्तावेजों के जरिए 40 लाख रुपए में सौदा करने का करार नामा बनाकर राजीव पर घर का कब्जा सौंपने का दबाव बनाया। मकान का कब्जा देने से इनकार करने पर राजीव और उसकी पत्नी निशा राज के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करा दिया। इस मामले में एसआई महेश चौहान और एसटीएफ के सिपाही प्रशांत परिहार ने उस पर और भी फर्जी मामलों में फंसाने का दबाव बनाया। इस पर राजीव ने शोरूम मालिक अशोक गोयल के पास अपनी पत्नी के जेवर गिरवी रख 20 लाख रुपए एसआई महेश और सिपाही प्रशांत को दिए। उसके बाद भी उसे लगातार पैसों के लिए परेशान किया जा रहा था जिसके चलते उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मरने से पहले मृतक राजीव ने पांच पन्नों का सुसाइड नोट लिखा
आत्महत्या से पहले मृतक ने सुसाइड नोट लिखा जिसमें उसने पुलिस के एसआई महेश चौहान और एसटीएफ के सिपाही प्रशांत परिहार, शोरूम मालिक अशोक गोयल और दुकान के कर्मचारी विकास जड़िया और उसकी मां नर्मदाबाई सहित कई लोगों के नाम लिखे हैं। वही परिवार के लिए भी भावुक कर देने वाले शब्द लिखे...
निशा जी और बच्चों, मैं आप लोगों से बहुत दूर जा रहा हूं। मेरी वजह से आप लोगों को बहुत परेशानी हुई। मैं आप लोगों से माफी मांगता हूं। श्रेष्ठ और सृष्टि आप दोनों भाई-बहन एक-दूसरे का ध्यान रखना और अपनी मां का भी ध्यान रखना। अपनी मां की हर बात मानना। सोना जी आप अपना ख्याल रखना। बिहार वाली प्रॉपर्टी के लिए आपको जो सही लगे वह करना। मेरे LIC में 7 लाख रुपए जमा है। वह निकालकर श्रेष्ठ के लिए एक लैपटॉप और मोबाइल 5G वाला दिला देना। सृष्टि को कान के डायमंड का टॉप्स भी दिलवाना। ये मेरी तरफ से अपने बच्चों के लिए अंतिम उपहार है। आप अपने लिए कान के और गले का हार बनवा लेना। उसे हमेशा पहनना। दो लाख बड़ी दीदी का बकाया है, उन्हें दे देना और पिंकी दीदी को मेरी तरफ से 1 लाख की मदद कर देना। उसे आप कभी वापस मत लेना। श्रेष्ठ आप पर एक जिम्मेदारी तो है ही मां और बहन की, एक जिम्मेदारी और दे रहा हूं, उसे हो सके तो निभाना। अपने दादाजी और पिंकी दीदी, बुआ का ख्याल रखना। आप दोनों भाई-बहन खूब मन लगाकर पढ़ाई करना। आप दोनों खूब तरक्की करो यही मेरी अंतिम शुभकामनाएं और आशीर्वाद है। वही पूरे मामले पुलिस ने मामला दर्ज काफी बारीकी से जांच कर रही है। वही सुसाइड नोट और परिजनों के बयान के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है।