Edited By meena, Updated: 23 Aug, 2019 10:41 AM
मुरैना जिले के कैलारस में शासन से 16 हजार रुपए प्रसूति सहायता लेने के लिए कुछ महिलाओं ने मिलकर एक अनोखा तरीका अपनाया। महिलाओं ने आटे का नवजात बनाकर उसे मृत बताकर धोखे से रुपए हड़पने चाहे लेकिन डॉक्टरी चेपअप में महिलाओं के...
मुरैना: मुरैना जिले के कैलारस में शासन से 16 हजार रुपए प्रसूति सहायता लेने के लिए कुछ महिलाओं ने मिलकर एक अनोखा तरीका अपनाया। महिलाओं ने आटे का नवजात बनाकर उसे मृत बताकर धोखे से रुपए हड़पने चाहे लेकिन डॉक्टरी चेपअप में महिलाओं के झूठ की पोल खुल गई और लेकिन इससे पहले की पुलिस उन्हें पकड़ पाती वे मौके से खिसक ली। फिलहाल मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार रात कैलारस अस्पताल दो-तीन महिलाएं जननी एक्सप्रेस से आईं। वे अस्पताल की मेटरनिटी में महिला व कपड़े से ढके नवजात को लेकर पहुंची। उन्होंने अस्पताल के मेटरनिटी स्टाफ से कहा कि महिला की डिलीवरी घर पर ही हो गई है, जिसमें मरा हुआ बच्चा पैदा हुआ है। प्रसूता को भर्ती कर लो और उसका नाम प्रसूति सहायता राशि के दस्तावेजों में दर्ज कर लो।
सूचना पर कैलारस के बीएमओ डॉ. एसआर मिश्रा अस्पताल पहुंचे। उन्हें महिलाओं ने बताया कि नवजात कपड़े में ढंका हुआ है। जब डॉ. मिश्रा ने कपड़ा हटाकर चेक किया तो नवजात आटे का बना निकला। साथ ही उस पर लाल रंग लगा था। सच्च सामने आते ही मामला बिगड़ता देख महिलाएं मौके से भाग निकलीं। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। जांच में पता चला है कि महिलाएं खनपुरा गांव से आई थी, उन्होंने अस्पताल आने के लिए जननी एक्सप्रेस बुलाई थी। वहीं मुरैना सीएमएचओ डॉ. विनोद ने भी इस बात की पुष्टि की है।