Edited By meena, Updated: 24 Apr, 2021 11:24 AM
मध्य प्रदेश के विदिशा मेडिकल कॉलेज में कोविड शव के साथ बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां सड़क पर दौड़ते शव वाहन से डेड बॉडी नीचे गिर गई। डेडबॉडी गिरने के बावजूद शव वाहन के चालक और सहायक ने गाड़ी रोकने की जहमत नहीं उठाई और लोगों ने देखा तो तेज आवाज देकर...
विदिशा(अभिनव चतुर्वेदी): मध्य प्रदेश के विदिशा मेडिकल कॉलेज में कोविड शव के साथ बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां सड़क पर दौड़ते शव वाहन से डेड बॉडी नीचे गिर गई। डेडबॉडी गिरने के बावजूद शव वाहन के चालक और सहायक ने गाड़ी रोकने की जहमत नहीं उठाई और लोगों ने देखा तो तेज आवाज देकर शव वाहन को रुकवाया। बताया जा रहा है कि डेडबॉडी को मुक्तिधाम के लिए ले जाया जा रहा था।
लोगों के मुताबिक, एंबुलेंस में एक बार में सिर्फ दो शव रखे जा सकते हैं, लेकिन इसमें तीन डेड बॉडी रखी गई थी, जो स्ट्रेचर पर थीं। इसलिए डेडबॉडी नीचे गिर गई एंबुलेंस की रफ्तार बढ़ने से स्ट्रेचर गेट से टकराए और वो खुल गया। जिससे डेडबॉडी सड़क पर जा गिरी।
जैसे ही वाहन से डेडबॉडी सड़क पर गिरी तो लोगों का गुस्सा सांतवे आसमान पर पहुंच गया। जिसे देखकर मृतक के परिजन हंगामा करने लगे और अस्पताल प्रशसान पर लोगों की भावनाओं से खेलने का आरोप लगाया। लोगों का कहना है कि कोई सूचना नहीं दी जा रही। दो 2 दिन से परेशान हैं। मरीज की कोई जानकारी नहीं है। जब आते हैं तो कहते हैं वह मर चुका है।
मरने के बाद आम आदमी के अपमान की ये कोई पहली घटना नहीं है। सवाल ये है कि क्या हमारा सिस्टम अब शव भी नहीं संभाल पा रहा। लोगों का गुस्सा सांतवे आसमान पर पहुंच गया और उनका कहना है कि एंबुलेंस से डेडबॉडी फैंकने से अच्छा है कि सब को जहर देकर मार डालो।
वही प्रशासन सभी बातों पर लीपापोती कर रहा है। एसडीएम का कहना है कि हम सभी लोगों को अंदर जाने नहीं दे सकते और रहा सवाल फोन उठाने का तो डॉक्टर इलाज करते हुए कैसे फोन उठा सकते हैं?