Edited By meena, Updated: 10 Aug, 2021 02:03 PM
विधानसभा सत्र में हंगामें के बाद शिवराज सरकार और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। आदिवासी दिवस पर सरकारी छुट्टी न होने को लेकर विपक्ष के हंगामे को लेकर शिवराज सिंह कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष भ्रम फैलाने की कोशिश कर...
भोपाल(इजहार खान): विधानसभा सत्र में हंगामें के बाद शिवराज सरकार और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। आदिवासी दिवस पर सरकारी छुट्टी न होने को लेकर विपक्ष के हंगामे को लेकर शिवराज सिंह कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा है और समाज को तोड़ने के अभियान में लगा है। कांग्रेस घटिया राजनीति कर रही है और आज उन्होंने पाखंड किया है। पिछड़े वर्ग के बारे में कमलनाथ जवाब दें।
10 से 19 तक तत्कालीन सरकार ने अपना एडवोकेट जनरल तक कोर्ट में खड़ा तक नहीं किया। 10 मार्च को याचिका लगी कल आदिवासियों को लेकर के भ्रम फैलाया गया 19 मार्च को स्टे आ गया। 8 मार्च 2019 को 14 से 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने का तत्कालीन सरकार ने कहा तत्कालीन सरकार ने अपने शासन के दौरान कोई प्रयास तक नहीं किया
कांग्रेस आंखों पर पट्टी बांधकर बैठी है, कांग्रेस पाखंड कर रही है, पिछड़ा वर्ग को कांग्रेस ने धोखा दिया। कमलनाथ जवाब दे। 27% आरक्षण बरकरार रखने के लिए कांग्रेस ने क्या किया? स्टे कराने का षड्यंत्र किया,कांग्रेस का पाखंड हम चलने नहीं देंगे, पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। कमलनाथ ने पिछड़े वर्ग की पीठ पर छुरा घोपा है।