Edited By meena, Updated: 04 Aug, 2020 01:42 PM
मध्य प्रदेश में एक तरफ कोरोना वायरस तो दूसरी तरफ राम भक्ती को लेकर सियासत गरमाई हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में हनुमान चालीसा का आह्वान किया है जिस पर गृहमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि रामभक्त इतने नासमझ नहीं है कि वे कांग्रेस की दोहरी...
भोपाल(प्रतुल पाराशर): मध्य प्रदेश में एक तरफ कोरोना वायरस तो दूसरी तरफ राम भक्ती को लेकर सियासत गरमाई हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में हनुमान चालीसा का आह्वान किया है जिस पर गृहमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि रामभक्त इतने नासमझ नहीं है कि वे कांग्रेस की दोहरी नीति को न समझे। एक तरफ सुंदरकांड हो रहा है तो दूसरी तरफ कांग्रेस को लंका कांड की तरह ढहाने का कांड हो रहा है। वहीं दस दिन बाद भोपाल अनलॉक पर गृहमंत्री ने कहा कि लॉक डाउन अनंतकाल के लिए नहीं किया जा सकता। लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था पर बुरा असर हुआ है।
मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान गृहमंत्री ने कहा कि-जान न जाए निशाचर माया...
काल नेम केही कारण आया...
उब रहे अंत न होए निभाउ...
एक व्यक्ति एक व्यक्ति तिथि टालने की बात कर रहा है, एक सुंदरकांड कर रहा है। राम भक्त इतने नासमझ नहीं है कि तुष्टिकरण की राजनीति को न समझ पाए। कांग्रेस को समझना चाहिए कि रामभक्त इतने नासमझ नहीं हैं कि कथनी और करनी का भेद नहीं समझ पाएं। उसका एक नेता सुंदर कांड कराने की बात करता है तो दूसरा लंका कांड में व्यस्त है। राममंदिर मुद्दे पर कांग्रेस का स्वांग अब और नहीं चलेगा। मिश्रा ने आगे कहा कि जिस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक शब्द नहीं बोला है। वो पार्टी श्रेय कैसे लेना चाह रही है। कांग्रेस की पूरी पार्टी को राम मंदिर पर एक लाइन होकर कुछ बोलना चाहिए। राम मंदिर बीजेपी के एजेंडे में था, हमने सौगंध खाई थी कि राम मंदिर वहीं बनाएंगे और अब बना रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष अपनी नीति स्पष्ट करें।
दस दिन बाद भोपाल अनलॉक पर बोले गृहमंत्री ने कहा कि- तेरा तुझ को अर्पण क्या लागे मेरा हमने जनता के हवाले सब छोड़ दिया है वो सावधानी बरतें। सरकार ऑक्सीजन, वेंटिलेटर ओर दवाई फ्री दे रही है, जनता कोशिश करे ये फ्री इलाज की जरूरत न पड़े। लॉक डाउन अनंतकाल के लिए नहीं किया जा सकता।