Edited By meena, Updated: 14 Dec, 2023 12:57 PM
लंबे मंथन के बाद भाजपा ने मध्य प्रदेश में उज्जैन दक्षिण के विधायक डॉ मोहन यादव को सीएम घोषित किया
उज्जैन: लंबे मंथन के बाद भाजपा ने मध्य प्रदेश में उज्जैन दक्षिण के विधायक डॉ मोहन यादव को सीएम घोषित किया है। बुधवार को शपथ ग्रहण के बाद मोहन यादव ने बतौर सीएम काम भी शुरु कर दिया है। प्रदेश में नया मुख्यमंत्री मनोनीत होने पर उन्हें हर तरफ से बधाइयां मिल रही है, लेकिन इसी बीच कांग्रेस ने एक नया राग छेड़ दिया है। MP कांग्रेस ने सोशल मीडिया एक्स पर पूछा कि बाबा महाकाल की नगरी में अब दो राजा कैसे रहेंगे?
महाकाल की नगरी में अब तक रात नहीं कोई भी सीएम
दरअसल, बाबा महाकाल की नगरी में दो राजा एक साथ रात नहीं रुक सकते हैं। ऐसी मान्यता है जब विक्रमादित्य उज्जैन के राजा थे तो वह महाकाल को ही राजा मान करके उज्जैन नगरी में काम करते थे ऐसा भी माना जाता है कि जो विक्रमादित्य थे वह रात रुकने के लिए उज्जैन नगरी से करीबन तीन-चार किलोमीटर दूर रात्रि विश्राम करते थे। ऐसे में सवाल यह है कि क्या उज्जैन के रहने वाले डॉ मोहन यादव 5 साल तक अपने गृहग्राम में रात नहीं रुकेंगे? क्योंकि कहा जाता है कि अगर कोई मंत्री या मुख्यमंत्री गलती से भी यहां रात गुजारता है तो उसकी सत्ता में वापसी की राह मुश्किल हो जाती है। ऐसे में सीएम बनने की कीमत मोहन यादव को अपने कार्यकाल के दौरान घर से दूर रहकर अदा करनी पड़ सकती है।
मंदिर के पुजारी का कहना है कि बाबा महाकाल की कृपा डॉक्टर मोहन यादव पर हुई है और उन्हें मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया है। हालांकि डॉक्टर मोहन यादव का जन्म यही हुआ है और यहीं पर ही पले बड़े हुए हैं। यही गिल्ली डंडा खेले और अखाड़ा भी खिला है। यहां की गलियों से वे वाकिफ है और रही बात महाकाल बाबा की तो यहां की मान्यता से भी वह वाली बातें अवगत हैं। उम्मीद करते हैं कि वह इस मान्यता को बरकरार रखेंगे।
महाकाल की नगरी में कैसे रहेंगे दो राजा- कांग्रेस
इधर कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने भी ट्वीट किया था और पूछा था कि अब उज्जैन में दो राजा कैसे रहेंगे यह ट्वीट करके कांग्रेस ने नया राग छेड़ दिया था हालांकि बुधवार को मुख्यमंत्री उज्जैन गए थे और बाबा महाकाल के दर्शन किए पूजन अर्चना करके वह शाम को भोपाल वापस आ गए थे।