Edited By meena, Updated: 02 Jan, 2021 03:10 PM
कभी नाले में उतरकर तो कभी टॉयलेट की सफाई करके, बुजुर्गों और गरीबों की मदद करक अक्सर चर्चाओं में रहने वाले मध्य प्रदेश के उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर किसी पहचान के मोहताज नहीं है। जब वे जनता के बीच होते हैं तो जनसेवक बन जाते हैं। मंत्री जी एक...
ग्वालियर(अंकुर जैन): कभी नाले में उतरकर तो कभी टॉयलेट की सफाई करके, बुजुर्गों और गरीबों की मदद करक अक्सर चर्चाओं में रहने वाले मध्य प्रदेश के उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर किसी पहचान के मोहताज नहीं है। जब वे जनता के बीच होते हैं तो जनसेवक बन जाते हैं। मंत्री जी एक बार फिर ऐसी ही दरियादिली फिर देखने को मिली बुजुर्ग को ठेला चलाते देखा तो, उनका दिल पसीज गया और उसकी मदद करने के लिए वे खुद साथ साथ ठेला धकलने लगे।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अपने गृह जिले ग्वालियर में घर से कुछ दूरी पर स्टेट बैंक चौराहे के पास खड़े होकर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे तभी उनकी नजर एक बुजुर्ग पर पड़ी। बुजुर्ग ठेले पर फर्नीचर का सामान बोर्ड आदि लेकर कहीं जा रहा था। लेकिन भार ज्यादा होने की वजह से उसे तकलीफ हो रही थी। जैसे ही मंत्री जी का ध्यान उस बुजुर्ग की तरफ गया वे उसके पास पहुंचे और उसके साथ ठेले को धकेलने में मदद करने लगे। रास्ते में लोग मंत्री का अभिवादन कर रहे थे और मंत्री जी कह रहे थे जरा बाबा की मदद कर दूं फिर मिलता हूं।
इस दौरान उर्जा मंत्री ने ठेले वाले बुजुर्ग का नाम पूछा तो उसने अपना नाम रघुवर पाल बताया और कहा कि वह गोसपुरा नंबर एक का रहने वाला है। उसके परिवार में कोई नहीं है अकेला रहता है। पेट भरने के लिए ठेला चलाता है। बुजुर्ग रघुवर पाल की व्यथा सुनने के बाद निज सहायक को बाबा की वृद्धावस्था पेंशन शुरू करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने बाबा को अपनी गाड़ी से उसके पेंशन के लिए जरुरी कागज लेने घर भेजा और जल्द ही शासन द्वारा निर्धारित वृद्धावस्था पेंशन का लाभ देने का आश्वासन दिया।