Edited By meena, Updated: 02 Apr, 2021 12:37 PM
इंदौर में निकलने वाली गेर यात्रा इस बार भी कोरोना महामारी के कारण नहीं निकाली गई। इसके साथ ही 75 साल से चली आ रही परंपरा टूट गई। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इंदौर में प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरु कर दी है। इसके लिए राजवाड़े क्षेत्र में आने वाली हर...
इंदौर(सचिन बहरानी): इंदौर में निकलने वाली गेर यात्रा इस बार भी कोरोना महामारी के कारण नहीं निकाली गई। इसके साथ ही 75 साल से चली आ रही परंपरा टूट गई। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इंदौर में प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरु कर दी है। इसके लिए राजवाड़े क्षेत्र में आने वाली हर रोड़, गली को बेरिकेट्स लगा कर लॉक कर दिया गया है।
इंदौर में रंगपंचमी पर गेर यात्रा निकालने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। लेकिन पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना वायरस के कारण यह यात्रा नहीं निकाली गई। कोरोना से पहले लाखों लोग रंगमंचमी मनाने राजबाड़े पर जमा होते थे।
राजबाड़ा इंदौर का एक ऐसा क्षेत्र रहा है जहां आज के दिन बहुत भीड़ जमा हुआ करती थी। लेकिन इस बार प्रशासन ने शाम 5 बजे तक इस क्षेत्र में आने जाने पर रोक लगा दी है। रजवाड़े की ओर से शाम 5 बजे तक पैदल भी कोई आ जा नहीं सकता। वहीं शाम 5 बजे के बाद ही बाजार खुल सकेंगे।
आपको बता दें कि कोरोना की पहली लहर के दौरान मध्यप्रदेश में इंदौर कोरोना हॉटस्पॉट जिला बन गया था। इसलिए अबकी बार कोरोना की वापसी के साथ ही इससे निपटने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इसलिए मास्क, संडे लॉकडाउन एवं धार्मिक स्थानों पर लोगों की एंट्री पर पाबंदी लगा दी गई है। वहीं बिना मास्क घूमने वालों की गिरफ्तारी शुरु कर दी है। गुरुवार को इसके तहत पहली कार्रवाई की गई और खजराना थाना क्षेत्र में बिना मास्क घूमने वाले 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार करके अस्थाई जेल भेजा गया।