Edited By suman, Updated: 03 Jan, 2019 01:01 PM
पन्ना सहित पूरे प्रदेश में लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं। अब कड़ाके की ठंड के चलते एक आदिवासी युवक की मौत हो गई। इससे प्रशासन के उस दावे की पोल खुल गई, जिसमें यह कहा जा रहा था कि गरीबो को ठंड से बचाव के लिए कई तरह के इंतजामात किए गए हैं। दरअसल, मृतक...
पन्ना: पन्ना सहित पूरे प्रदेश में लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं। अब कड़ाके की ठंड के चलते एक आदिवासी युवक की मौत हो गई। इससे प्रशासन के उस दावे की पोल खुल गई, जिसमें यह कहा जा रहा था कि गरीबो को ठंड से बचाव के लिए कई तरह के इंतजामात किए गए हैं। दरअसल, मृतक वही मुनुवा आदिवासी है, जिसको भाजपा की वरिष्ठ नेत्री ओर तत्कालीन कैबिनेट मंत्री कुसुम महदेले ने रुपये मांगे जाने पर लात मार दी थी।
लात मारने को लेकर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन भी हुए थे। इस मामले के बाद मुनुआ आदिवासी सुर्खियों मे भी आ गया था। वहीं, तत्कालीन कैबिनेट मंत्री को इस बात का ऐलान करना पड़ा था कि आदिवासी बच्चे की पढ़ाई लिखाई का जिम्मा सरकार उठाएगी। हैरानी की बात तो यह है कि उस युवक को किसी भी प्रकार की कोई सहायता प्रदान नहीं की गई और वह ठंड से मौत के मुह में समा गया।
परिजनों के अनुसार, बेरोजगार और गरीबी के चलते मुनुआ शराब का भी आदि हो गया था और कम उम्र मे शाराब पीने की वजह से मानसिक संतुलन खो बैठा था। वह कई दिनों के बाद घर आता था। बीती बुधवार सुबह आसपास के लोगों ने उसे हाटुपुर बस स्टैण्ड पड़ा हुआ देखा और परिजनो को इसकी जानकारी दी। परिजनों का कहना है कि सुबह की कड़कड़ाती ठंड के चलते उसकी मौत हो गई।