Edited By Vikas kumar, Updated: 30 Oct, 2018 11:27 AM
धानी के भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एन्ड रिसर्च सेन्टर (बीएमएचआरसी) की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, इसमें एक क्रिश्चियन का शव हिन्दू परिवार को सौंप दि...
भोपालः राजधानी के भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एन्ड रिसर्च सेन्टर (बीएमएचआरसी) की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, इसमें एक क्रिश्चियन का शव हिन्दू परिवार को सौंप दिया गया, जिसे अपना समझ कर हिंदू परिवार ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया, अस्पताल के मर्चूरी में तैनात कर्मचारियो की लापरवाही से यह हुआ।
दरअसल भोपाल मेमोरियल अस्पताल में सोमवार सुबह भोपाल के बाग मुगालिया में रहने वाले एक हिंदू परिवार के व्यक्ति की मौत हुई थी, इसके पहले 27 अक्टूबर को भोपाल के गोविंद गार्डन में रहने वाले क्रश्चियन परिवार के कुंजमॉन की भी मौत हो गई थी, जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने दोनों के शव मर्चूरी में रखवा दिए थे, अस्पताल प्रबंधन ने दोनों मरीजों की मौत की खबर उनके परिजनों को दे दी थी, बाग मुगालिया निवासी खुशीलाल की मौत के बाद उसका बेटा शव लेने आया तो अस्पताल प्रबंधन ने उसके पिता की जगह केरल निवासी कुंजमॉन का शव सौंप दिया जिसे लेकर वह वहां से चला गया, इसके बाद उसने शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया।
वही गोविंद गार्डन निवासी निवासी क्रश्चियन परिवार ने कुंजुमॉन के अंतिम संस्कार का विज्ञापन अखबारों में दे दिया, 30 अक्टूबर को उनका अंतिम संस्कार होना था, जब सोमवार को परिवार के सदस्य अस्पताल में शव लेने पहुंचे तो उन्हें इस असलियत का पता चला, मृतक के परिजन जोजी ने बताया कि, हम लोग जब शव लेने पहुंचे तो किसी और व्यक्ति का शव अस्पताल प्रबंधन देने लगा, जब हमने उनसे कहा कि ये कुंजमॉन नहीं हैं, तो हमें बताया गया कि शव को बागमुगालिया निवासी कोई हिंदू परिवार ले गया है, इसके बाद हमें यह भी पता चला कि उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
इस बड़ी लापरवाही के सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है, इस मामले में कुंजमॉन के परिजन ने निशातपुरा थाने में इसकी शिकायत की है, उनका कहना है कि, अस्पताल प्रबंधन की सरासर लापरवाही है, अस्पताल प्रबंधन की वजह से उनके परिजन की बॉडी को किसी और को सौंप दिया गया और उसका अंतिम संस्कार भी हो गया। वहीं खुशीलाल के परिजन का कहना है कि, उन्होंने डेड बॉडी का थोड़ा सा चेहरा देखा था उसी का ध्यान रखकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने इस मामले में प्राथमिक जांच के बाद अस्पताल के कर्मचारी के खिलाफ सम्बन्धित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।