Edited By shahil sharma, Updated: 10 Feb, 2021 05:13 PM
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक बाबू ने जहर खा लिया। गंभीर हालत में कर्मचारी को निजी अस्पातल में भर्ती करवाया गय, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने CMHO रहे प्रदीप धाकड़ पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं।...
बैतूल (रामकिशोर दयाराम): मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक बाबू ने जहर खा लिया। गंभीर हालत में कर्मचारी को निजी अस्पातल में भर्ती करवाया गय, जहां उसकी मौत हो गई।
मृतक की पत्नी ने CMHO रहे प्रदीप धाकड़ पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं। सूचना मिलते ही अधिकारी कर्मचारी निजी अस्पताल पहुंचे। जानकारी के मुताबिक साल 2017 में एक एंबुलेंस दुर्घटना ग्रस्त हुई थी। उस वक्त के एम्बुलेंस प्रभारी बलवंत राजपूत पर विभागीय कार्रवाई चल रही थी। विभागीय कार्रवाई में वरिष्ठ अधिकारी के असहयोग से बाबू बलवंत राजपूत बहुत दिनों से परेशान था, जिसके बाद आज उसने ये कदम उठाया।
मृतक की पत्नी प्रीती राजपूत ने बताया कि एम्बुलेंस दुर्घटना के बाद जांच में सीएमएचओ सहयोग नहीं कर रहे थे। प्रीति के मुताबिक उनके पति को सीएमएचओ प्रदीप धाकड़ आरसी बुक के लिए परेशान कर रहा था।
तंग आकर कर्मचारी ने बुधवार सुबह जहर खाकर अपनी इहलीला खत्म कर ली। बता दें कि बुधवार सुबह कर्मचारी खाना खाकर घर से ऑफिस के लिए निकला था। ऑफिस में उल्टी होने के बाद उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, जंहा उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही अधिकारी कर्मचारी निजी अस्पताल पहुंचे।
वहीं, सीएमएचओ ने बयान देते हुए कहा कि उन्होंने हाल ही में ज्वाइनिंग की है। उन्हें इस तरह के प्रकरण की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि अगर उनको परेशानी बताई जाती तो निश्चित तौर पर कर्मचारी की सहायता करते।