Edited By Himansh sharma, Updated: 10 Apr, 2024 04:06 PM
मध्य प्रदेश के 7 वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को PCC में मेनिफेस्टो की खूबियों गिनाईं ।
भोपाल। (विनीत पाठक): मध्य प्रदेश के 7 वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को PCC में मेनिफेस्टो की खूबियों गिनाईं। सभी नेताओं ने मेनिफेस्टो पर अलग-अलग बातें रखीं। सबसे पहले जीतू पटवारी ने और सबसे आखरी में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मेनिफेस्टो की खूबियां गिनाई पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दो बार देश का भ्रमण कर जनता की समस्याओं को समझा और उसे न्याय पत्र में शामिल किया।
राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने संवैधानिक न्याय पर बात की तो वहीं आदिवासी नेता उमंग सिंघार ने आदिवासी न्याय पर अपना पक्ष रखा। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि मंदसौर का गोली कांड हो या दिल्ली में किसानों का आंदोलन मोदी सरकार ने कभी किसानों की चिंता नहीं की और उन्हें कोई न्याय नहीं दिया। लेकिन इंडिया गठबंधन किसानों को न्याय देने का वादा करता है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कांग्रेस हमेशा सभी को साथ लेकर चलती है। दिग्विजय सिंह ने जनता से वादा किया है कि आपकी हिस्सेदारी मेरी जिम्मेदारी है और उसी के अनुरूप कांग्रेस पार्टी न्याय की गारंटी देती है। इस दौरान राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने कहा कि यह बड़े दुख की बात है कि भारत की संवैधानिक प्रक्रिया एक तरफ है। किसी को निलंबित कर दिया जाता है। संसद चल नहीं पाती है। विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं है। कम से कम 100 दिन पार्लियामेंट चलाने की गारंटी दी गई है हफ्ते में कम से कम एक दिन विपक्ष को अपने मुद्दे पर बात करने की स्वतंत्रता दी जाएगी।
विवेक तंखा ने कहा कि केंद्र सरकार ने आम आदमी को टैक्स के बोझ तले दबा दिया है। निष्पक्ष राजनीति करने वालों के घर जांच एजेंसियां भिजवा दी जाती हैं। कांग्रेस पार्टी ने अपनी गारंटी में साफ कहा है कि यदि केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो सबसे पहले कानून व्यवस्था को व्यवस्थित किया जाएगा।