Edited By meena, Updated: 21 Apr, 2022 04:22 PM
जबलपुर की मांडवा बस्ती अपराधों की नगरी बनती जा रही है। अब इसी बस्ती के टेंडर टू में घर में किराना दुकान संचालित करने वाले कांग्रेस नेता बसंत पटेल की चाकू से गोदकर मंदिर के सामने बेरहमी से देर रात हत्या कर दी गई है। इस वारदात को बदमाशों ने अंजाम उस...
जबलपुर(विवेक तिवारी): जबलपुर की मांडवा बस्ती अपराधों की नगरी बनती जा रही है। अब इसी बस्ती के टेंडर टू में घर में किराना दुकान संचालित करने वाले कांग्रेस नेता बसंत पटेल की चाकू से गोदकर मंदिर के सामने बेरहमी से देर रात हत्या कर दी गई है। इस वारदात को बदमाशों ने अंजाम उस वक्त दिया जब कांग्रेस नेता बेटी से बात करने वाले एक युवक को समझाने पास के ही दुर्गा मंदिर पहुंचा था। इस हत्याकांड में दो आरोपियों को हिरासत में लेकर गोरखपुर पुलिस पूछताछ कर रही है।
गोरखपुर थाना प्रभारी बृजभान सिंह के अनुसार, बृजमोहन नगर रामपुर निवासी बसंत पटेल घर में किराने की दुकान चलाता था और कांग्रेस का मंडल अध्यक्ष था। उसके पड़ोस में रहने वाला नमन उर्फ अभिषेक पटेल अक्सर उसकी 14 वर्षीय बेटी से बात करता था। बसंत ने नमन को टोका था और उसके घरवालों से भी आपत्ति दर्ज कराई थी। बुधवार रात 11.30 बजे के लगभग बसंत पटेल अपने दोस्त दीपक कोल के साथ मोहल्ले में आयोजित बथर्डे पार्टी में शामिल होने गया था। दीपक के मुताबिक वह खाना खाने लगा। बसंत दुर्गा मंदिर तक चला गया। वहां उसने नमन को समझाने बुलाया था।
दीपक के मुताबिक अचानक उसे बसंत की चीख सुनाई पड़ी। वह दौड़ कर पहुंचा तो देखा कि नमन, उसका पिता राजाराम पटेल और दोस्त आदि उर्फ आदित्य उस पर चाकू से वार कर रहे थे। दीपक कोल ने दौड़कर बसंत के पिता और घरवालों को बुलाया। वे मौके पर पहुंचे तो बंसत लहूलुहान पड़ा था। तीनों आरोपी भाग निकले थे। बसंत को सभी मेडिकल कॉलेज लेकर भागे, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। आरोपियों ने उसके पेट व कमर के पास चाकू से कई वार किए थे। वारदात की सूचना मिलते ही गोरखपुर पुलिस, लार्डगंज टीआई प्रफुल्ल श्रीवास्तव सहित अन्य थाने का बल पहुंच गया था। गोरखपुर पुलिस ने मामले में आरोपी राजाराम और उसके बेटे नमन उर्फ अभिषेक पटेल को हिरासत में ले लिया है। जबकि तीसरे आरोपी आदि उर्फ आदित्य साहू की तलाश की जा रही है। पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी बृजभान सिंह के मुताबिक 11 बजे ही वे वहां से गस्त कर लौटे थे। उसी के थोड़ी देर बाद ये वारदात हो गई घटनास्थल पर देखा जाए तो चारों तरफ खून ही खून नजर आ रहा था। बसंत को बेरहमी से मारा गया है। लोग इस हत्याकांड के बाद बेहद आक्रोशित नजर आए। उन्होंने कहा कि शहर में ऐसी वारदातें अक्सर देखने को मिलती है। इसके पहले यहां पर चार मोटरसाइकिल को भी जला दिया गया तो बीच रास्ते में लड़के महिलाओं के साथ अक्सर छेड़छाड़ भी करते हैं।
बसंत परिवार का इकलौता बेटा था। सामाजिक तौर पर वह काफी सक्रिय रहता था। पिता केदार पटेल गार्ड की नौकरी करते हैं। परिवार में मां सरोज पटेल, पत्नी आरती उर्फ वर्षा और बेटा साहिल 16 व बेटी शालिनी 14 हैं। बेटा 10वीं में तो बेटी 9वीं में पढ़ती है। बसंत की हत्या से परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। पिता केदार और पत्नी आरती के आंसू नहीं रुक रहे।गोरखपुर का मांडवा बस्ती अपराधिक गतिविधियों का अड्डा बन चुका है। गोरखपुर से रामपुर चौकी की दूरी महज एक किमी है। जबकि पूरा क्षेत्र बृजमोहन नगर, मांडवा बस्ती आदि तक फैला है। यहां तेजी से कॉलोनियां विकसित हो रही है। यहां आए दिन होने वाली वारदातों को लेकर स्थानीय लोग अर्से से पुलिस चौकी खोलने की मांग करते रहे हैं।