Edited By Vikas kumar, Updated: 23 Mar, 2020 11:54 AM
जहां कोरोना महामारी से जंग लड़ने के लिए सारा देश एकजुटता दिखा रहा है और पुलिस बीच सड़क में बिना खौफ अपनी ड्यूटी निभा रही है, वहीं इसके बीच मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर की ये तस्वीर बहुत ...
नरसिंहपुर (रोहित अरोरा): जहां कोरोना महामारी से जंग लड़ने के लिए सारा देश एकजुटता दिखा रहा है और पुलिस बीच सड़क में बिना खौफ अपनी ड्यूटी निभा रही है, वहीं इसके बीच मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर की ये तस्वीर बहुत ही सुर्खियां बटोर रही है। इस तस्वीर में जो दो लोग रोड किनारे बैठे हैं, वो कोई आम आदमी नहीं हैं। इनमे से एक नरसिंहपुर जिले के कलेक्टर दीपक सक्सेना और उनके बाजू में बैठे जिला के एसपी गुरूकरण सिंह हैं। सलाम है इनके जज़्बे को जो अपने जिले की जनता को कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए अपने आप की बिना कोई परवाह किये कठिन से कठिन परिस्थिति में अपना काम कर रहे हैं, ताकि जिले की जनता को किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े।
14 दिन लॉक डाउन, जनता की सेवा में हाजिर
कलेक्टर दीपक सक्सेना और SP गुरूकरण सिंह ने कमान संभालते हुए आम लोगों को घरों में सुरक्षित कर 14 दिन का लॉकडाउन घोषित कर रखा है। दिन-रात भूलकर दोनों अधिकारी लगातार बैठकें लेकर स्वास्थ्य, सुरक्षा की व्यवस्थाओं की न सिर्फ रणनीति बना रहे हैं, बल्कि खुद रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड का औचक निरीक्षण भी कर रहे हैं। पिछले तीन दिन से जारी इस मैराथन की तैयारी का महत्त्वपूर्ण और प्रेरक पक्ष ये है कि, इस अवधि में दोनों मुखिया और उनकी टीम महज तीन घंटे से भी कम नींद ले पायी है। ये स्थिति आगे भी बरक़रार रह सकती है। इस मामले में कलेक्टर ने कहा है कि लॉक डाउन पर जनता का सहयोग ही प्रशासन की ताकत है।
एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर 22 मार्च के लिए देश भर में जनता कर्फ्यू की अपील की गई थी। वहीं सात जिलों की सीमाओं से घिरे मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले को कोरोना के प्रकोप से दूर रखने के लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना और एसपी गुरूकरण का ये काम सराहनीय है। अत: ये कहना गलत नहीं होगा कि ऐसे प्रशासनिक अधिकारी देश के हर कोने में हो तो कोरोना से जंग देश आवश्यक ही जीत जाएगा।