Edited By meena, Updated: 28 Apr, 2022 07:53 PM
जहां एक बुजुर्ग महिला को रवि निषाद के नाम पर घर तोड़ने का नोटिस मिला जबकि उसका दावा है कि मकान उसके नाम पर है और रवि निषाद कहीं और रहता है। महिला अफसरों के पैरों पर पड़कर रोती रही बिलखती रही लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी और कार्रवाई कर दी गई।
कटनी(संजीव वर्मा): मध्य प्रदेश में बुलडोजर का कहर जारी है। सरकार अपराधियों के मकानों और अवैध संपत्ति को जमींदोज कर रहे हैं। जहां ऐसी कार्रवाई की कुछ लोग तारीफ कर रहे हैं तो कुछ लोग इसे जल्दबाजी में उठाया हुआ गलत कदम भी बता रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कटनी में देखने को मिला जहां एक बुजुर्ग महिला को रवि निषाद के नाम पर घर तोड़ने का नोटिस मिला जबकि उसका दावा है कि मकान उसके नाम पर है और रवि निषाद कहीं और रहता है। महिला अफसरों के पैरों पर पड़कर रोती रही बिलखती रही लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी और कार्रवाई कर दी गई।
जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस बल एक साथ बुलडोजर लेकर आधारकाप के सावरकर वार्ड निवासी निराश बाई नामक बुजुर्ग महिला के घर पहुंच अचानक घर का समान बाहर फेंकने लगे तो रोते बिलखते हुए बुजर्ग महिला तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव के पैरों में गिर गई और यह कहती रही कि यह कोई अपराधी का घर नहीं है। इस घर के सभी कागज़ात उसके नाम है। इस घर में कोई भी रवि निषाद नाम का अपराधी नहीं रहता है। लेकिन तहसीलदार व एसडीएम व निगम प्रशासन बुजर्ग महिला निराशा बाई की एक न सुनी और उसे जबरन घर से बाहर निकाल उसके घर का पूरा समान बाहर फेंक दिया और घर पर बुल्डोजर चला घर को ज़मीदोज़ कर दिया गया।
पीड़ित निराशा बाई ने आरोप लगाते हुए बताया कि कल रात नगर निगम के लोग द्वारा उनके पड़ोसियों को रवि निषाद के नाम एक नोटिस दिया था और सुबह होते ही उनके घर एसडीएम तहसीलदार व कोतवाली पुलिस बल के साथ नगर निगम का अतिक्रमण दस्ता बुल्डोजर लेकर पहुंच गया और उसे घर से जबरन बाहर निकाल उसके घर का पूरा सामान बाहर फेंक घर पर बुल्डोजर चला ज़मीदोज़ कर दिया। वह तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव से गुजारिश करती रही कि जिस घर को वह तोड़ रहे हैं वह घर रवि निषाद का नहीं है। रवि निषाद उनका पोता है और वह अपने माता पिता के साथ किसी अन्य जगह में निवास रहता है...
गिरजा बाई ने यह भी बताया कि वह तहसीलदार के कदमों में गिर कई बार गुजारिश करती रही कि वह घर के कागजात देख ले कि यह घर अपराधी रवि निषाद का नहीं है इस घर का मालिक वह खुद है लेकिन अधिकारियों ने पीड़ित निराशा बाई की एक न सुनी और घर पर बुल्डोजर चला ज़मीदोज़ कर दिया।
इस मामले में जब एडीएम प्रिया चंद्रावत से मीडिया कर्मियों ने पूछा कि यह कार्यवाही किन आधारों पर को गई है तो वह पहले यह कहती रही कि यह घर रवि निषाद का है और रवि के खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज है जिस वजह से घर पर बुल्डोजर चलाया गया है...वही जब मीडिया कर्मियों ने दूसरा सवाल एसडीएम से किया कि जो घर तोड़ा गया है उस घर के कागजात यह बता रहे हैं कि यह घर अपराधी रवि निषाद का नहीं है वह अपने आप को बचाते हुए कहा कि इस घर का नक्शा पास नहीं था इस लिए घर तोड़ा गया। साथ ही बगल में खड़े तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव मीडिया कर्मियों पर ही सवाल पर भड़क गए और यह कहते रहे कि जो भी कार्यवाही हो रही है उसके लिए नगर निगम प्रशासन से पूछे। पुलिस प्रशासन भी मामले से भागते नजर आए।