Edited By rehan, Updated: 11 Jun, 2018 03:01 PM
विधानसभा चुनावों के पास आते ही मध्य प्रदेश में सभी पार्टियों में बैठकों का दौर शुरु हो चुका है। इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भी बैठक का आयोजन किया गया। बैठक से पहले कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव आयोग की जांच पर सवाल खड़े किए।
भोपाल : विधानसभा चुनावों के निकट आते ही मध्य प्रदेश में सभी राजनीतिक पार्टियों में बैठकों का दौर शुरु हो चुका है। इसी कड़ी में कांग्रेस कार्यालय में भी बैठक का आयोजन किया गया। जहां कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव आयोग की जांच पर सवाल खड़े किए। साथ ही उन्होंने किसानों के कर्ज को माफ करने पर सरकार का स्वागत करने का वादा किया। कार्यकारी अध्यक्षों की बैठक में चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फर्जी वोटर मामले में जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि 101 विधानसभा चुनाव में फर्जीवाड़े की जांच मुख्यालय में बैठकर इतने कम समय में कैसे पूरी हो गई। इतने बड़े फार्जीवाड़े की जांच इतने कम वक्त में कैसे पूरी की जा सकती है। साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मामले में बीजेपी की ओर से दिए गए बयानों पर कहा कि मुझे फर्क नहीं पड़ता कि कौन क्या कह रहा, मुझे बीजेपी नेताओं के बयानों की चिंता नहीं। मुझे बस निष्पक्ष चुनावों की अधिक चिंता है।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बताया कि एक जनवरी 2018 तक की गड़बड़ी की सूची चुनाव आयोग को सौंपी थी। जब हमनें शिकायत की उसके बाद ही इसे सुधारा गया। लेकिन फिर भी हम आगे की जांच के लिए आयोग से फिर शिकायत करेंगे। साथ ही पूर्व सीएम बाबूलाल गौर के कमलनाथ को बीजेपी ज्वाइन करने को उन्होंने सिर्फ एक मज़ाक बताया।