Edited By meena, Updated: 08 Dec, 2020 05:47 PM
नए कृषि कानून के विरोध में एक तरफ जहां दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर 13 दिनों से लगातार किसान आंदोलन पर है, तो वहीं राष्ट्रीय किसान संगठन के द्वारा आज 8 दिसंबर को भारत बंद का आव्हान किया था, जिसमें किसानों का अन्य दलों व राजनीतिक दलों ने भी समर्थन...
रीवां(भूपेंद्र शर्मा): नए कृषि कानून के विरोध में एक तरफ जहां दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर 13 दिनों से लगातार किसान आंदोलन पर है, तो वहीं राष्ट्रीय किसान संगठन के द्वारा आज 8 दिसंबर को भारत बंद का आव्हान किया था, जिसमें किसानों का अन्य दलों व राजनीतिक दलों ने भी समर्थन किया। वहीं बंद का असर रीवा में बेअसर दिखा। किसान व्यापारियों से दुकानें बंद कराने को लेकर हाथ जोड़ते नजर आए। जबकि व्यापारी आधा शटर बन्द करते और किसानों के जाते ही फिर खोल लेते।
केंद्र सरकार द्वारा लागू किये गए तीनों कृषि बिल का विरोध किसानों द्वारा लगतार किया जा रहा, जिसके चलते हजारों किसान दिल्ली में अपना डेरा जमाए हुए है, किसान और सरकार के बीच कई बार वार्तालाप भी हुई लेकिन नतीजा बेअसर रहा। वही आज 8 दिसंबर को किसान राष्ट्रीय संगठन द्वारा भारत बंद का आव्हान किया गया था, जिसको लेकर अन्य राजनैतिक दलों ने भी किसानों का समर्थन किया था, लेकिन रीवा में इसका असर पूरी तरह से बेअसर दिखाई दिया।
किसान व्यापारियों के सामने हाथ जोडकर अपनी दुकानों को बंद रखने की गुजारिश की। किसानों के समर्थ में उतरे अन्य दल शहर में अलग अलग टुकड़ी में घूमते नजर आए। रीवा शहर की बात की जाए तो शहर के सभी बाजार व दुकानें 80 प्रतिशत खुली नजर आई। इस दौरान सुरक्षा व्यस्था के लिये जगह जगह पुलिस बल तैनात रहा।