Edited By Himansh sharma, Updated: 17 Mar, 2024 04:30 PM
लोकसभा चुनाव के पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
रायपुर। (सत्येंद्र शर्मा): लोकसभा चुनाव के पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.. बहुचर्चित महादेव सट्टा एप मामले में ईओडब्ल्यू ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। लोकसभा चुनाव से पहले भूपेश बघेल का इस तरह से नाम आने से कांग्रेस के लिए कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं.. कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव में भूपेश बघेल को राजनांदगांव लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है..
पूर्व सीएम बघेल पर पुलिस के एफआईआर में आईपीसी के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी से संबंधित विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत आरोप लगाया गया हैं.. इस एफआईआर में भूपेश बघेल के अलावा महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल समेत 16 अन्य लोगों का नाम शामिल है..
दरअसल, ईडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि धन संरक्षण के बदले महादेव सट्टा ऐप की अवैध गतिविधियों को अनुमति देने के लिए राज्य सरकार के शीर्ष स्तर के पदाधिकारियों की संलिप्तता का खुलासा करता है.. पिछले साल नवंबर में ईडी ने आरोप लगाया था कि चंद्राकर और उप्पल ने बघेल को 508 करोड़ रुपए की रिश्वत दी थी.. साथ ही ईडी की चार्जशीट में भी भूपेश बघेल के नाम का जिक्र था और अब जब राज्य की ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज किया है तो उसमें भूपेश बघेल को नामजद आरोपी बनाया है..