Edited By meena, Updated: 13 Aug, 2020 05:07 PM
धार्मिक नगरी उज्जैन में गुरुवार सुबह पिता पुत्र की लाश एक साथ घर के फंखे से लटकी मिली। बताया जा रहा है कि घटना का खुलासा एक दूधवाले ने किया जो उनके घर दूध देने आता था। शवों की हालत देख और बदबू आने के कारण संभावना जताई जा रही है कि इन्होंने तीन दिन...
उज्जैन: धार्मिक नगरी उज्जैन में गुरुवार सुबह पिता पुत्र की लाश एक साथ घर के फंखे से लटकी मिली। बताया जा रहा है कि घटना का खुलासा एक दूधवाले ने किया जो उनके घर दूध देने आता था। शवों की हालत देख और बदबू आने के कारण संभावना जताई जा रही है कि इन्होंने तीन दिन पहले फांसी लगाई थी। मृतक पेशे से सरकारी टीचर थे, उन्होंने बेटे के साथ फांसी क्यों लगाई फिलहाल इस बात का पता नहीं चल पाया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्म के लिए भेज दिया है।
जानकारी अनुसार उज्जैन जिले के नागदा के बिरलाग्राम में रहने वाले सरकारी शिक्षक 45 वर्षीय कन्हैया लाल पिता पांचू लाल और उनके 14 साल के बेटे आयुष ने घर में पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली। उनके दूधवाले ने बताया कि पिछले तीन दिन से वह दूध लेकर रोज आ रहा था, लेकिन दरवाजा बंद होने से वापस लौट रहा था। रोज की तरह आज भी जब वह दूध लेकर पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था लेकिन घर के बाहर बदबू आ रही थी। इस पर उसने तत्काल इसकी सूचना पड़ोसियों को दी। पड़ोसियों ने पुलिस को कॉल किया।
आयुष और कन्हैयालाल विनोबा भावे पथ बिरलाग्राम वाले घर में अकेले रहते थे और पिछले तीन-चार दिन से किसी से नहीं मिले थे। कन्हैयालाल महिदपुर के एक गांव में सरकारी टीचर थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे और एक बेटी है। पत्नी कुछ समय से एक बेटा और बेटी को लेकर अपने मायके रामगंजमंडी में रह रही है।