Edited By meena, Updated: 20 Mar, 2020 10:17 AM
मध्यप्रदेश की सियासत में बीते 10 दिन में सिंधिया समर्थक 22 विधायकों और मंत्रियों के इस्तीफे के बाद शुरु हुई सियासी जंग का अंजाम आज फ्लोर टेस्ट के रुप में सामने आया है। शह और मात के इस खेल में आखिरकार सीएम कमलनाथ को आज फ्लोर टेस्ट की अग्निपरीक्षा से...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्यप्रदेश की सियासत में बीते 10 दिन में सिंधिया समर्थक 22 विधायकों और मंत्रियों के इस्तीफे के बाद शुरु हुई सियासी जंग का अंजाम आज फ्लोर टेस्ट के रुप में सामने आया है। शह और मात के इस खेल में आखिरकार सीएम कमलनाथ को आज फ्लोर टेस्ट की अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ेगा। बीजेपी की मांग के बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ ही कमलनाथ सरकार आज शाम 5 बजे फ्लोर टेस्ट करवा सकते हैं। इसके लिए सीएम कमलनाथ ने आज शुक्रवार दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। वही राजनीतिक गलियारों से खबर है कि वह बहुमत परीक्षण से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कांग्रेस के सभी बागी 16 विधायकों के इस्तीफे भी मंजूर हो चुके हैं।
जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ शुक्रवार शाम को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं। आज दोपहर 12 बजे बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ इसका ऐलान कर सकते हैं। बागी विधायकों को मनाने की जद्दोजहद में जुटे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है, ऐसे में देखना होगा क्या होगा।
इससे पहले गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिए कि शुक्रवार शाम 5 बजे तक कमलनाथ सरकार को बहुमत साबित करना पड़ेगा। वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी हार मानते हुए कहा कि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास नंबर नहीं है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पैसे और सत्ता के दमपर बहुमत वाली सरकार को अल्पमत में लाया गया है।