Edited By Prashar, Updated: 08 Sep, 2018 02:26 PM
जिले के महिदपुर स्थित मदरसे से शुक्रवार को पांच बच्चे भाग गए। सभी बच्चे 8 से 11 साल की उम्र के हैं। बच्चों का कहना है कि मदरसे में उनके साथ मारपीट की जा रही थी, इस कारण वे बस में बैठकर उज्जैन आ गए।
उज्जैन: जिले के महिदपुर स्थित मदरसे से शुक्रवार को पांच बच्चे भाग गए। सभी बच्चे 8 से 11 साल की उम्र के हैं। बच्चों का कहना है कि मदरसे में उनके साथ मारपीट की जा रही थी, इस कारण वे बस में बैठकर उज्जैन आ गए।
जानकारी के अनुसार सभी बच्चे शाजापुर घर जाने के लिए स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे, इस दौरान रेलवे सुरक्षा बल को शक हुआ तो वे उन्हे थाने ले आए। आरपीएफ टीआई हर्ष चौहान ने बताया सभी बच्चों ने एक ही बात कही है कि मदरसे में उस्ताद हमें मारते हैं, इस कारण वे वहां से भागे और बस में बैठकर उज्जैन आ गए। बच्चों का कहना है कि हमें मदरसे में नहीं रहना है और घर जाना है। अगर हम मदरसे में गए तो उस्ताद हमें फिर से मारेंगे।
बच्चों के भागने की जानकारी लगने पर परिजन भी आरपीएफ थाने पहुंचे। लेकिन, पुलिस ने उन्हे परिजनों के हवाले न करते हुए चाइल्ड लाइन को सौंप दिए। टीआई चौहान ने बताया बच्चों के साथ मारपीट की बात परिजनों ने गंभीरता से नहीं ली, इसी कारण बच्चों को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया।
वहीं, मामले पर मदरसे के अध्यक्ष सलीम नागौरी ने सफाई देते हुए कहा कि मदरसे में किसी बच्चे से मारपीट नहीं की जाती है, वे अनुशासन में रखते हैं। जुम्मे को छुट्टी होने से गेट खुला था, इससे बच्चे भाग गए। वे पढ़ना नहीं चाहते इसलिए ऐसा किया और कोई वजह नहीं है।